नवादा :मेहमानों की विदाई के साथ दो दिवसीय मङही पूजा का हुआ समापन

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नवादा /रामजी प्रसाद

नवादा जिले के वारिसलीगंज प्रखंड क्षेत्र के बाली व कौआकोल प्रखंड क्षेत्र के पांडेय गंगौट में आयोजित दो दिवसीय मङही पूजा का मेहमानों की विदाई के साथ रविवार को समापन किया गया। इसके साथ ही आये लोगों की सलामती के लिये प्रार्थना की गयी।

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जिले के शाहपुर ओपी अंतर्गत प्रेम सौहार्द तथा भाईचारा का प्रतीक मड़ही पूजा बाली गांव में कार्तिक द्वितीया शुक्रवार व शनिवार  को उत्साह व धूमधाम से की गई। उक्त पूजा में हिन्दू मुसलमान दोनों समुदाय के लोगो ने सौहार्द प्रेम के साथ पूजा कर मिसाल कायम किया । करीब 15 हजार श्रद्धालुओं ने पूजा व चादरपोशी किया। इसके साथ बच्चों का मुंडन संस्कार कराया गया ।

चादर पोशी करते श्रद्धालु

सौहार्द एवं भाईचारे का नजारा उस वक्त देखने को मिला जब हिन्दू मुस्लिम ने मिलकर वारिस मिया के परम शिष्य बाबा पंचवदन की गद्दी पर एकसाथ  मिलकर चादरपोशी किया। 






व्यवस्थापक देवाश्रय कुमार चंचल ने बताया कि महान सूफी संत पंचवदन सिंह की याद में चादरपोशी की जाती है। श्रद्धालु चादरपोशी कर देश और समाज की सलामती की दुआ करते हैं । कार्तिक महीना के द्वितीया के दिन पूजा की जाती रही है। इस दिन यहां भव्य मेला का आयोजन किया जाता है।

दो दिनों के मड़ही उत्सव में 20 हजार से अधिक श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचे हैं। पंचायत की पूर्व  मुखिया नीलम देवी ने कहा बाली मड़ही पूजा में आने वाले सभी श्रद्धालुओं के ठहरने तथा खाने की व्यवस्था व्यवस्थापक  द्वारा किया गया। 
कार्यक्रम के दौरान दिन रात भजन कीर्तन चलता रहा जिससे माहौल भक्तिमय हो गया। परंपरागत खिचड़ी भोज के बाद मेहमानों की विदाई दी गयी ।


बाली में 1974 से होती आ रही है बाबा पंचवदन व गुरु नंद बाबा की पूजा :-

बाली गांव में सूफी संत महंत पंचवदन सिंह व उनके गुरु नंद बाबा की पूजा की गई। बाली की पूजा सन 1974 से प्रतिवर्ष होती आ रही है। 
ग्रामीणों ने बताया पूर्व महंथ बनारस प्रसाद सिंह ने पूजा की शुरूआत की थी। बाली मड़ही पूजा के पूर्व महंथ बनारस बाबू जिस रीति रिवाज से पूजा अर्चना करते आ रहे थे ,उसी अनुरूप उनके द्वारा बताए गए मार्ग का अनुसरण कर कार्तिक माह के दूसरे दिन ब्रह्म मुहूर्त में गंगाजल व गुलाबजल से स्नान कर पूजा का शुभारंभ किया गया ।

इसी प्रकार कौआकोल के पांडेयगंगौट में भी अनुयायियों ने मङही पूजा में भाग लेकर असीम श्रद्धा का परिचय दिया ।रविवार की सुबह आये मेहमानों की विदाई के साथ मङही पूजा का समापन किया गया । अब करवा चौथ के दिन उत्तरप्रदेश के बाराबंकी जिला देवाशरीफ में आयोजित होने वाले पन्द्रह दिवसीय उर्स में भाग लेने जिले से भारी संख्या में श्रद्धालु रवाना हो गए हैं ।






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