किशनगंज :हिन्दी हमारी मातृभाषा के साथ-साथ संस्कृति की अभिव्यक्ति भी है-सुनील मिश्रा

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टेढागाछ के कई शिक्षण तथा गैर शिक्षण संस्थानो मे मंगलवार को हिन्दी दिवस मनाया गया।

किशनगंज /विजय कुमार साह

टेढागाछ के कई शिक्षण तथा गैर शिक्षण संस्थानो मे मंगलवार को हिन्दी दिवस मनाया गया।हिन्दी दिवस के अवसर पर कई जगहो पर हिन्दी के महत्व को समझाने का प्रयास किया गया।उच्च विद्यालय टेढागाछ के संस्कृत विषय के शिक्षक श्री सुनील मिश्रा ने बताया कि हिन्दी हमारी मातृभाषा के साथ-साथ संस्कृति की अभिव्यक्ति भी है। हिन्दी एक सरल, सहज और सार्थक भाषा है जो हर एक पहलुओ को शालीनता से उजागर करती है ।

आज के दौर मे हिन्दी के प्रति क्षेत्र के बच्चो द्वारा कम महत्व दिया जाता है जिस कारण यहा के अधिकतर बच्चो की हिन्दी विषय मे अच्छी पकड़ नही है।हिन्दी के प्रति मेरा हमेशा यही प्रयास रहता है की आज के जमाने के बच्चे इसके महत्व को समझे और राष्ट्र की आधिकारिक भाषा को विश्व मे एक सम्मानित स्थान दिलाए।इस अवसर पर उन्होने हिन्दी के बारे मे महात्मा गाँधी के द्वारा कहे गए कथनो को भी दुहराते हुए बताया कि “मातृभाषा का अनादर मां के अनादर के समान है”,जो मातृभाषा का अपमान करता है वह देशभक्त कहलाने योग्य नही है। साथ ही उन्होने हिन्दी की कविताएं सुनाई।

अंग्रेजी का हो रहा ऐसा भुत सवार
संडे संडे सब रटे भुल गए रविवार।

जो बोले हिन्दी भाषा उसको समझे हीन
अंग्रेजी के सामने हिन्दी की तौहीन ।
माना अच्छी बात है हर भाषा का ज्ञान
कहा तक उचित है हिन्दी का अपमान।


बच्चो ने भी अपने शिक्षक के बातो को ध्यान से सुना और हिन्दी के प्रति अपने दायित्व को निभाने का संकल्प लिया।






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