किशनगंज :अठगछिया पंचायत स्थित गोरूमारा गांव का अस्तित्व खतरे में ,ग्रामीण अपना आशियाना खुद तोड़ने पर हुए मजबुर

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भीषण कटाव से दो दर्जन से अधिक घर नदी में हुए विलीन

ग्रामीणों ने प्रशासन एवं जनप्रतिनिधियों से लगाई मदद की गुहार

जदयू प्रदेश उपाध्यक्ष मुजाहिद आलम ने गांव का दौरा कर मदद का दिया भरोसा

ग्रामीण महिलाओं का रो रो कर है बुरा हाल

किशनगंज /अब्दुल करीम

किशनगंज जिले में बारिश तो थम गई है ।लेकिन नेपाल के तराई क्षेत्र एवं मैदानी इलाकों में तीन दोनों तक हुई बारिश की वजह से नदियों के जलस्तर में हुई बढ़ोतरी के बाद अब ग्रामीण भीषण कटाव का दंश झेल रहे है ।जिले के दिघलबैंक प्रखंड के अठगछिया पंचायत में कंनकाई नदी ने मार्ग बदल लिया जिससे गोरूमारा गांव के सैकड़ों घर नदी में विलीन होने की कगार पर है ।ग्रामीणों का कहना है कि अभी तक दो दर्जन से अधिक घर नदी में विलीन हो चुके है और जल्द ही कटाव निरोधी कार्य नहीं होता तो एक भी घर नहीं बचेगा ।

ग्रामीण अब्दुल मजीद की मीडिया से बात करते हुए आंखे भर आईं ,उन्होंने कहा कि लगता है सब कुछ तबाह करके ही नदी शांत होगी ।

मालूम हो कि नेपाल में होने वाली बारिश हर साल इस प्रखंड में आफत बन कर आती है। लेकिन इस साल चौथी बार आई बाढ़ इलाके के लोगों पर कहर बन कर टूटी है । गोरुमारा गांव में पहले लोग बूढ़ी कनकई नदी से परेशान थे और अब इस बार नई कनकई सब कुछ छीनने पर आमादा है। ग्रामीणों ने एक एक रुपया जोड़ कर किसी तरह मकान बनाया था ।लेकिन अचानक नदी के धारा परिवर्तन किए जाने से लोग अपना आशियाना खुद तोड़ कर सुरक्षित स्थानों पर जाने को मजबुर हो रहे है ।

ग्रामीण मो अब्दुल्लाह का कहना है कि जिला पदाधिकारी को महीनों पहले उन लोगो के द्वारा समस्या से अवगत करवाया गया था लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई है ।ग्रामीण स्थानीय आरजेडी विधायक सऊद आलम से भी काफी नाराज है और उनका कहना है कि स्थानीय विधायक को बार बार गुहार लगाने के बाद भी वो एक बार झांकने तक नहीं आए ।ग्रामीणों की एक ही मांग है कि उनके गांव को किसी तरह बचा लिया जाए ।






कटाव की वजह से करीब दो हजार लोगों के अस्तिव पर संकट आ चुका है।ग्रामीणों ने बताया कि कटाव से कब्रिस्तान नदी में विलीन हो चुका है ।ग्रामीणों ने कहा की बगल में ही स्कूल और मदरसा है अगर तुरंत कटाव रोकने का उपाय नहीं किया गया तो स्कूल और मदरसा भी नदी में समाहित हो जाएगा । अपना आशियाना उजड़ता देख महिलाओं का रो रो कर बुरा हाल है ।किसी ने मजदूरी करके तो किसी ने खेती करके बच्चो के सुरक्षित भविष्य हेतु मकान बनवाया था ।लेकिन नदी सब कुछ अपने में समाहित करने पर आमदा है।

रोती बिलखती ग्रामीण महिलाएं

ग्रामीणों की समस्याओं को सुनकर जदयू के प्रदेश उपाध्यक्ष मुजाहिद आलम भी गांव पहुंचे और उन्होंने कटाव का जायजा लिया ।श्री आलम ने कहा कि गोरुमारा गांव में कटाव की स्थिति काफी भयावह है और उनकी अपील शासन प्रशासन से है कि सभी लोग पीड़ितों की मदद हेतु आगे आए ।उन्होने कहा कि जिला पदाधिकारी से उनकी बात हुई है एवं हर संभव मदद पीड़ितो को किया जाएगा ।






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