विधि विधान से की गई भगवान विश्वकर्मा की पूजा

बेहतर न्यूज अनुभव के लिए एप डाउनलोड करें

किशनगंज जिला सहित भारत नेपाल सीमा से सटे इलाकों में भव्य तरीके से हुआ पूजा का आयोजन

रिपोर्ट :चंदन मंडल

किशनगंज जिले सहित भारत नेपाल सीमा से सटे विभिन्न क्षेत्रों में भगवान विश्वकर्मा की पूजा का आयोजन धूमधाम से किया गया।शहरी क्षेत्र से लेकर ग्रामीण इलाकों में लोगों ने अपने दुकान प्रतिष्ठान में विधि विधान से पूजा की ।पूजा को लेकर सुबह से ही लोग तैयारियों में जुटे हुए थे । हालाकि कोरोना वायरस (कोविड-19 ) को देखते हुए पंडालों को भव्यता तो नहीं दी गयी थी, लेकिन हर बीस से तीस कदम के बाद खोरीबाड़ी व नक्सलबाड़ी के विभिन्न क्षेत्रों में भगवान विश्वकर्मा की प्रतिमा नजर आ जा रही थी।






नक्सलबाड़ी संवाददाता चंदन मंडल के मुताबिक भगवान विश्वकर्मा के समक्ष लोग श्रद्धा से शीश से झुकाना नहीं भूलते थे। हालांकि पूजा का आयोजन कर रहे लोग भीड़ नहीं लगने दे रहे थे, लेकिन भगवान विश्वकर्मा के दर्शन करने का सिलसिला देर रात चलते रहा। पूजा पंडालों में बज रहे गीतों से माहौल भक्तिमय हो गया। हर तरफ भगवान विश्वकर्मा की जय हो का गूंज सुनाई दे रहा था। बाइक शोरूम विभिन्न कल-कारखानों, गैराज व दुकानों में देवशिल्पी की प्रतिमा स्थापित कर विधि-विधान से पूजा की गयी। लोगों ने अपने वाहनों की भी पूजा की। लोगों के बीच प्रसाद के रूप में खिचड़ी का वितरण भी किया गया।

कोरोना संक्रमण को देखते हुए पूजा समितियों द्वारा सभी को कोरोना के जारी नियमों को मानते हुए श्रद्धालुओं को पूजा-अर्चना शारीरिक दूरी के साथ करने का अवसर दिया गया। प्रसाद वितरण में भी शारीरिक दूरी का खास ख्याल रखा गया था। पूजा स्थलों पर भीड़भाड़ की स्थिति उत्पन्न नहीं हुई और पूजा धूमधाम से की गयी।खोरीबाड़ी व नक्सलबाड़ी समेत सीमावर्ती इलाकों में भी निर्माण के देवता भगवान विश्वकर्मा की पूजा श्रद्धा-भक्ति के साथ श्रद्धालुओं ने शाम तक करते रहे।






आज की अन्य खबरें पढ़ें :






[the_ad id="71031"]

विधि विधान से की गई भगवान विश्वकर्मा की पूजा

error: Content is protected !!