किशनगंज में मॉक ड्रिल का हुआ आयोजन, सायरन बजते ही अंधेरे में डूबा शहर

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संवाददाता/किशनगंज

देश के साथ ही सीमावर्ती किशनगंज जिले में बुधवार को सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया. केंद्रीय गृह मंत्रालय की तरफ से नागरिक सुरक्षा के लिए देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को 7 मई को मॉक ड्रिल कराने का निर्देश दिया गया था। जिसे लेकर सीमावर्ती किशनगंज जिले में व्यापक पैमाने पर जिला प्रशासन के द्वारा तैयारी की गई थी ।मालूम हो कि जिला पदाधिकारी विशाल राज और पुलिस अधीक्षक सागर कुमार मॉक ड्रिल का स्वयं जायजा ले रहे थे ।

युद्ध के हालात में आम नागरिक खुद को कैसे सुरक्षित रखे उसके लिए मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया ।बताते चले कि भारत नेपाल और बांग्लादेश सीमा से सटा बिहार का किशनगंज जिला सामरिक दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। चिकन नेक के नाम से विख्यात इस जिले में पहलगाम हमले के बाद से ही सुरक्षा व्यवस्था को पूरी तरह बढ़ा दिया गया है। वही बुधवार को प्रशासन के द्वारा आयोजित मॉक ड्रिल को सफल बनाने के लिए पुलिस वाहन से पूर्व निर्धारित समय 6 बजकर 58 मिनट पर सायरन बजाया गया ।

जिसके बाद स्वत: ही जिले वासियों ने अपने अपने घरों की बिजली को बंद कर दिया ।जिसके बाद पूरा जिला अंधकार में डूब गया ।मालूम हो कि 7 बजे से लेकर 7 बजकर 10 मिनट तक लोगो ने तमाम बिजली के उपकरण को बंद रखते हुए प्रशासन का सहयोग किया है।वही जिला प्रशासन के द्वारा मॉक ड्रिल के दौरान पूरे शहर में ड्रोन कैमरे से निगरानी रखी जा रही थी। इस दौरान शहर के मुख्य चौक चौराहे के साथ साथ ग्रामीण इलाको में भी सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम देखा गया ।

किशनगंज में मॉक ड्रिल का हुआ आयोजन, सायरन बजते ही अंधेरे में डूबा शहर

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