काली पूजा : जिले भर में धूमधाम से हुई मां काली की पूजा,कई स्थानों पर बनाए गए थे भव्य पंडाल

बेहतर न्यूज अनुभव के लिए एप डाउनलोड करें

मंदिरों में दर्शन पूजन के लिए उमड़ी भीड़

किशनगंज /प्रतिनिधि

जिले सहित शहर के विभिन्न काली मंदिर एवं पूजा पंडालों में गुरुवार की रात को सादगी पूर्ण तरीके से हर्सोल्लास पूर्वक भक्तिमय माहौल में काली पूजा मनायी गई। इस अवसर पर मंदिर में मां काली की प्रतिमा स्थापित कर माता की पूजा अर्चना की गई। पूजा से आसपास का माहौल भक्तिमय वातावरण में गुंजायमान था। लाइन स्थित बूढ़ी काली मंदिर, रुईधासा कालीतला मंदिर व ढेकसारा काली मंदिर में पूरे साल प्रतिमा रहती है।वहीं डुमरिया काली मंदिर, एमजीएम रोड काली मंदिर, धर्मगंज काली मंदिर, हलीम चौक के पास श्मशान काली मंदिर, दिलावरगंज काली मंदिर में स्थायी प्रतिमा है।

इन मंदिरों को छोड़ ज्यादातर मंदिरों में शुक्रवार दोपहर से ही प्रतिमा को डेमार्केट व खगड़ा रमजान नदी में विसर्जित किया जा रहा था। पूजा को लेकर श्रद्धालुओं में उत्साह था। कई भक्त गुरुवार की सुबह से ही उपवास थे। शुक्रवार सुबह को पुष्पांजलि देने के बाद उपवास तोड़ा गया। मंदिरों में रातभर माता की पूजा अर्चना होती रही।

कई मंदिरों में बलि भी दी गई। इसके साथ ही बंगाल के पंजीपारा इकर चला काली मंदिर, बेलवा स्थित ओदरा काली मंदिर, रुईधासा कस्टम चौक, लहरा चौक, चूड़ी पट्टी बज्मे अदब उर्दू लाइब्रेरी रोड, मोतीबाग, धर्मगंज , डुमरिया भट्टा, रामपुर रोड काली मंदिर, खगड़ा काली मंदिर, सुभाष पल्ली, मिलन पल्ली में भी पूजा अर्चना की गई।,वही ठाकुरबाड़ी रोड चौधरी काली मंदिर में भी मां काली की पूजा भक्तिमय माहौल में सम्पन्न हुई। पूजा के एक दिन बाद खिचड़ी महाप्रसाद का वितरण किया गया। मंदिरों में महिलाओं की अच्छी खासी भीड़ जुटी थी।

रुईधासा महाकाल मंदिर में भी मां काली की पूजा की गई। मंदिर के पुरोहित बाबा साकेत के सानिध्य में मां काली व महाकाल बाबा की पूजा की गई । रात्रि में हवन का भी आयोजन किया गया। वही सुरक्षा को लेकर चिन्हित मंदिरों में पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति की गई थी। शुक्रवार को भी विसर्जन को लेकर डेमार्केट में पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति की गई थी।एसडीएम शहनवाज अहमद नियाजी व एसडीपीओ अनवर जावेद अंसारी सुरक्षा व्यवस्था का जायजा ले रहे थे।






आज की अन्य खबरें पढ़ें :






[the_ad id="71031"]

काली पूजा : जिले भर में धूमधाम से हुई मां काली की पूजा,कई स्थानों पर बनाए गए थे भव्य पंडाल

error: Content is protected !!