जम्मू-कश्मीर में भारी निवेश करेगा दुबई, भारत के साथ MOU पर हुआ हस्ताक्षर

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देश /डेस्क

जम्मू-कश्मीर में शांति बहाली के प्रयासों के साथ साथ केंद्र सरकार निवेशकों को भी लाने की कोशिश में जुटी हुई है। उसी क्रम में आज जम्मू कश्मीर सरकार और दुबई की एक कंपनी के बीच एक ऐतिहासिक करार हुआ है. इस समझौते के तहत दुबई सरकार  जम्मू-कश्मीर के विकास में सहयोग करेगी. इस करार के विषय में विस्तृत जानकारी देते हुए केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने बताया कि ये समझौता पूरी दुनिया को एक मजबूत संकेत देता है कि जिस तरह से भारत एक वैश्विक शक्ति में बदल रहा है, उसमें जम्मू-कश्मीर की भी अहम भूमिका है. उन्होंने दावा किया कि इस समझौते के बाद जम्मू-कश्मीर में पूरी दुनिया से निवेश आएगा।


वहीं जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने 18 अक्टूबर को जम्मू-कश्मीर और दुबई की दोस्ती का ऐतिहासिक दिन करार दिया. उन्होंने कहा कि दुबई सरकार और जम्मू-कश्मीर के बीच जो समझौता  हुआ है, उससे एक नई साझेदारी की शुरुआत होगी. उन्होंने बताया कि इसका मकसद प्रदेश में इंडस्ट्रियल पार्क, आईटी टॉवर, मल्टी-पर्पज टॉवर, लॉजिस्टिक, मेडिकल कॉलेज, सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिट और कई सारे प्रोजेक्ट का विकास करना है. दुबई सरकार इन प्रोजेक्ट में निवेश करेगी।






उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने बताया कि जम्मू-कश्मीर में पहले से ही 28 हजार 400 करोड़ रुपये की लागत से इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट स्कीम चल रही है. उन्होंने दावा किया कि कोविड की दूसरी लहर के कुछ महीनों बाद ही जम्मू-कश्मीर में 30 हजार करोड़ रुपये के निवेश का प्रस्ताव आया है और अगले कुछ महीनों में 60 हजार करोड़ रुपये का प्रस्ताव आने की उम्मीद है। श्री सिन्हा ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी एवं  गृह मंत्री श्री अमित शाह का आभार जताते हुए कहा यह समझौता ज्ञापन जम्मू कश्मीर को आत्मनिर्भर बनाने के लिए हमारी प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है।

वहीं, दुबई की डीपी वर्ल्ड ग्रुप के चेयरमैन और सीईओ सुल्तान अहमद बिन सुलेमान ने भरोसा जताया कि ये समझौता ज्ञापन जम्मू-कश्मीर में इंडस्ट्रियल सेक्टर को बदलने के कई अवसर लाएगा। उन्होंने कहा कि मेक इन इंडिया की तर्ज पर काम करते हुए जम्मू-कश्मीर को भारत के सभी बड़े बंदरगाहों से जोड़ा जाएगा।इस समझौते से जम्मू कश्मीर में बड़ी संख्या में युवाओं को रोजगार प्राप्त होने वाला है साथ ही यह समझौता पाकिस्तान को भी एक करारा झटका है जो कश्मीर पर विधवा विलाप करता रहता है।






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