कोरोना :समझाने से भ्रान्ति से मिली निजात , गर्भवती माता ने लिया कोविड का टीका

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मैंने सुरक्षा का टीका लिया, आप सभी गर्ववती बहनें जरूर लें


कोविड-19 टीका गर्भवती महिलाओं और उनके होने वाले बच्चे दोनों के लिए बिल्कुल सुरक्षित है

किशनगंज /प्रतिनिधि


कोरोना काल में कई जगह अभी भी भ्रान्ति विद्यमान है कि कोविड 19 का टीका गर्भवती माता के लिए सुरक्षित नही है । जबकि स्वास्थ्य विभाग के द्वारा पूर्व में कई बार यह सूचित किया जा चुका है कि कोविड 19 टीका गर्भवती माता के लिए पूर्ण रूप से सुरक्षित है। इसमें किसी तरह की कोई अवगुण नहीं है। कुछ ऐसी ही भ्रान्ति से किशनगंज प्रखंड के सिंघिया कुलामानी पंचायत के हावाकोल निवासी गर्भवती महिला नोमी देवी ने संशय के कारण टीका लेने मना कर दी थी। लेकिन जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ मंजर आलम ने उनके घर भ्रमण कर कोविड 19 के महत्व को समझाया कि गर्भावस्था के दौरान कोविड 19 का टीका उनके लिए कितनी जरूरी है। साथ ही भ्रांतियों को दूर करते हुए समझाया जिसका नतीजा यह हुआ कि नोमी देवी ने टीका लेकर पूरे समाज को मजबूत सन्देश दिया है।





मैंने सुरक्षा का टीका लिया, आप सभी गर्भवती बहनें जरूर लें-


नोमी देवी ने बताया मेरे घर पर सभी लोगों ने टीका ले लिए हैं लेकिन गर्भावस्था के दौरान टीकाकरण को लेकर समाज में काफी भ्रांतियां फैली हुईं थी। जिसके कारण गर्भावस्था के आठवें माह में टीका लेने से डर रही थी कि कहीं टीका का दुष्प्रभाव मेरे बच्चे पर न पड़ जाए। साथ ही, परिवार के अन्य सदस्य भी मुझे टीका लेने से मना कर रहे थे। टीकाकरण को लेकर जितने मुंह उतनी बात से मैं परेशान रही। हर कोई टीका नहीं लेने के लिए अपनी अपनी दलील देता रहता था। जिनपर विचार करने के बाद मुझे भी डर लगने लगा था। टीका लेने से उन्हें यह डर था कि कहीं मेरे बच्चे का भ्रूण खराब न हो जाए। लेकिन, जब जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ मंजर आलम ने सरकार के निर्देश व विशेषज्ञों की रिपोर्ट के बारे में बताया, तब जाकर मेरे मन से टीका की भ्रांतियां दूर हुईं।मैंने टीका लिया तथा मै पूरी तरह से स्वस्थ्य हूं। मुझे कोई परेशानी नहीं है। अतः मै सभी गर्भवती बहनों से अपील करती हूँ कि वो भी अवश्य टीका लगवाएं।


कोविड-19 टीका गर्भवती महिलाओं और उनके होने वाले बच्चे दोनों के लिए बिल्कुल सुरक्षित है-


जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ मंजर आलम ने बताया कि कोविड-19 टीका लगाने से महिलाओं की रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होने के साथ ही उनके बच्चे में भी इसका विकास होगा। गर्भावस्था में महिलाओं को विभिन्न तरह की समस्याओं से गुजरना होता है। ऐसे में अगर गर्भवती महिलाओं द्वारा कोविड-19 टीका लगाया जाता है तो उसे बीमारियों से लड़ने में आसानी होगी। अगर कोई महिला गर्भकाल के दौरान कोविड-19 की शिकार होती है तो उन्हें चिकित्सक से संपर्क कर जरूरी उपचार कराना चाहिए। जैसे ही महिला संक्रमण से सुरक्षित होती हैं तो तुरंत उसे कोविड-19 टीका लगा लेना चाहिए। टीका लगाने से गर्भवती महिला के होने वाले बच्चे में भी संक्रमण का अंश खत्म हो जाता है। गर्भवती महिलाओं की तरह ही माहवारी के समय में भी महिलाएं कोविड-19 टीका लगा सकती हैं। कोविड-19 टीका का प्रभाव महिलाओं के माहवारी के दौरान होने वाले हार्मोन्स सम्बन्धी बदलाव में नहीं होता। टीका लगाने के पश्चात किसी को भी हल्का बुखार, सर दर्द, हाथों में इंजेक्शन वाली जगह पर दर्द आदि महसूस हो सकता है लेकिन टीकाकरण के बाद यह सामान्य है। हल्का बुखार, सर दर्द आदि कोविड-19 टीका के आपके शरीर में असर दिखाने के ही लक्षण हैं। इसलिए इससे घबराने की आवश्यकता नहीं है।




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