कोरोना की संभावित तीसरी लहर में बच्चों के उचित प्रबंधन के लिए दिया गया प्रशिक्षण

बेहतर न्यूज अनुभव के लिए एप डाउनलोड करें

• सामुदायिक स्तर पर देखभाल के लिए दिया गया ऑनलाइन प्रशिक्षण
• तीसरी लहर में बच्चों के अधिक संक्रमित होने की आंशका
• हर परिस्थितियों से लड़ने की तैयारी में है स्वास्थ्य विभाग

सीवान /प्रतिनिधि

कोरोना की संभावित तीसरी लहर से निपटने को लेकर स्वास्थ्य विभाग सतर्क व अलर्ट है। तीसरी लहर में प्रभावित होने वाले बच्चों के प्रबंधन के लिए सामुदायिक स्तर पर प्रशिक्षण दिया जा रहा है। बुधवार को जिले की आशा, एएनएम, आरबीएसके टीम समेत अन्य को प्रशिक्षण दिया गया। ऐसी आशंका व्यक्त की जा रही है कि यदि कोरोना की तीसरी लहर आयेगी तो उसमें बच्चों के कोरोना से संक्रमित होने की संभावना अधिक है। इसलिए संभावित कोरोना की तीसरी लहर से पहले बच्चों की देखभाल एवं प्रबंधन के लिए सामुदायिक स्तर पर काम करने वाले कार्यकर्ताओं जैसे- आशा, एएनएम, आरबीएसके टीम, आरकेएसके पीयर प्रशिक्षक एवं काउंसलर, प्रखंड सामुदायिक उत्प्रेरक, जिला सामुदायिक उत्प्रेरक आदि को वर्चुअल प्रशिक्षण दिया गया।






सामुदायिक स्तर पर कोरोना प्रबंधन की समझ विकसित करना:


सिविल सर्जन डॉ. यदुवंश कुमार शर्मा ने बताया कि इस प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं के बीच सामुदायिक स्तर पर कोरोना प्रबंधन की समझ विकसित करना है | अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं आशा/एएनएम को खतरे के संकेत और बीमार बच्चे को कब रेफर करना है, इसके बारे में शिक्षित किया जाना है। बाल चिकित्सा मामलों के समुदाय आधारित प्रबंधन पर राज्य स्तरीय उन्मुखीकरण कार्यक्रम के तहत जिले के संबंधितों कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित किया गया।

अपने-अपने इलाकों में पैनी निगाह रखें:


प्रशिक्षण में ट्रेनर ने स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को अपने-अपने इलाकों में पैनी निगाह रखने, अभिभावकों को बच्चों की सुरक्षा पर जागरूक तथा सचेत करने, घर में होम क्वरंटाइन किए जाने और गंभीर हालत होने पर रेफर किए जाने आदि पर जरूरी मार्गदर्शन दिया। इन अभिभावकों को बच्चों में कोविड-19 के लक्षण और समय रहते उचित कदम उठाने को लेकर भी मार्गदर्शन दिया गया। स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि यह सभी तैयारी राज्य में कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर की आहट से पहले पूरी कर ली जाएगी, ताकि बिहार जैसे राज्य में स्थिति को समय रहते ही संभाला जा सके।






स्वास्थ्य विभाग अपनी तैयारियों में लगा:


जिला स्वास्थ्य समिति के डीपीएम ठाकुर विश्वमोहन ने कहा कोरोना की दूसरी लहर के समय से ही कोविड टीकाकरण कार्यक्रम जारी है। जो विभिन्न चरणों से गुजरते हुए अब 18 वर्ष से अधिक उम्र के सभी लोगों को दिया जा रहा है। वहीं 18 वर्ष से अधिक उम्र के बहुत से लोग कोविड- 19 का टीका लगवा चुके हैं। किन्तु अभी तक 18 वर्ष से कम उम्र के लोगों के लिए वैक्सीन नहीं आयी है। इसलिए संभावना व्यक्त की जा रही है। यदि कोरोना की तीसरी लहर आयेगी तो यह 18 वर्ष से कम आयुवर्ग के लोगों को आसानी से संक्रमित कर पायेगी। ऐसे में कोरोना की दूसरी लहर से सबक लेते हुए संभावित कोरोना की तीसरी लहर के लिए स्वास्थ्य विभाग अपनी तैयारियों में लगा हुआ है। इससे पूर्व भी स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को कई तरह के प्रशिक्षण खासकर बच्चों के संक्रमित होने की संभावनाओं को लेकर दिये जा चुके हैं और आगे भी कई प्रकार के प्रशिक्षण दिये जाने हैं।






आज की अन्य खबरें पढ़ें :




[the_ad id="71031"]

कोरोना की संभावित तीसरी लहर में बच्चों के उचित प्रबंधन के लिए दिया गया प्रशिक्षण

error: Content is protected !!