बिहार : भरगामा में दैनिक अखबार के पत्रकार से दबंगों द्वारा की गई मारपीट,पुलिस द्वारा 5 दिन बीत जाने के बावजूद भी करवाई नहीं होने से बढ़ रहा है आक्रोश

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अररिया /भरगामा/संवादाता

दैनिक अखबार के साथ मारपीट और घर में घुस कर तोड़फोड़ किए जाने के बावजूद अभी तक अपराधियों की धर पकड़ हेतु कोई कार्रवाई नहीं किए जाने से पत्रकारों के साथ साथ स्थानीय लोगों में भी आक्रोश बढ़ रहा है । ज्ञात हो कि बीते 16 मई को भरगामा प्रखंड क्षेत्र के चर्चित दैनिक सन्मार्ग अखबार के संवाददाता अंकित सिंह व उनके परिवार के साथ गांव के ही कुछ दबंगों ने अपनी दबंगई का परिचय दिखाते हुए पूरे परिवार को लाठी-डंडे व धारदार हथियार का भय दिखाकर दिन के उजालों में ही बंदी बना लिया तथा पत्रकार व उनके परिवार के साथ दुर्व्यवहार करते हुए कानून से भयमुक्त अपराधियों ने पत्रकार का मोबाइल,कैमरा,आभूषण नगदी सहित अन्य कीमती सामानों को लूट लिया और घर के सामानों में जमकर तोड़फोड़ करते हुए बाहुबली शेर के तरह पुलिस कंप्लेंट करने पर जान से मारने की धमकी देते हुए निकल पड़े।



जिसके बाद पीड़ित पत्रकार न्याय की गुहार लगाने भरगामा थाना पहुंचे थे। तत्पश्चात भरगामा थाना अध्यक्ष उमेश कुमार द्वारा गंभीर धाराओं में कांड संख्या 67/21 दर्ज कर अनुसंधान शुरू कर दिया गया। लेकिन आज 5 दिन बीत जाने के बाद भी प्रशासन मामले को लेकर गंभीर नहीं दिख रही है। कहीं ऐसा तो नहीं अपराधियों को पुलिस प्रशासन का संरक्षण प्राप्त है। या नहीं तो फिर भरगामा व अररिया पुलिस इन दबंगों के सामने नतमस्तक है ? ऐसा हम नहीं कुछ बुद्धिजीवी लोग कहते हैं। फिर भी पीड़ित पत्रकार अंकित ने भरगामा व अररिया पुलिस पर भरोसा जताया है और उन्होंने कहा है कि मुझे भरगामा व अररिया पुलिस न्याय दिलाने में कोई कमी कसर नहीं छोड़ेगी और जल्द ही सभी अभियुक्त पर कड़ी कार्यवाही करते हुए जेल के सलाखों में बंद करने का काम करेगी। जानकारी अनुसार अंकित ने भरगामा थाना में 8 नामजद व 15-20 अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है। पीड़ित पत्रकार से मिली जानकारी अनुसार मामला दर्ज होने की जानकारी अपराधियों को मिलने के बाद अपराधियों द्वारा मामला को रफा-दफा करने की बात कही जा रही है। और ऐसा नहीं करने पर पत्रकार और उनके परिवार को जान से मारने की धमकी दिया जा रहा है। अंकित ने बताया कि जब भरगामा थाना अध्यक्ष उमेश कुमार ने सुपरविजन के लिए अंकित के घर गए थे तो उन्होंने चौकीदारों को घटनास्थल का समय-समय पर निरीक्षण करने का निर्देश दिया था। जिससे कि उन्हें कोई परेशानी ना हो लेकिन यहां तो 5 दिन बीतने को आए फिर भी थानाध्यक्ष के सुपरविजन के बाद एक बार भी चौकीदार ने अंकित के घर जाकर उनसे उनकी परेशानी जानने का प्रयास किया। ऐसे में अंकित ने बताया कि अगर मुझे व मेरे परिवार के साथ कुछ अनहोनी घटना घटती है तो इनकी सारी जवाबदेही भरगामा तथा अररिया पुलिस की होगी।




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