टेढ़ागाछ, किशनगंज। विजय कुमार साह
भारत-नेपाल सीमा पर स्थित फुलबड़िया बाजार, शुक्रवार को भारी बारिश के कारण जो प्रखंड का सबसे बड़ा और प्रमुख मंडी मानी जाती है, आज जलजमाव की गंभीर समस्या से जूझ रही है। फुलबड़िया से कॉलेज चौक तक मुख्य सड़क पर लगातार बने जलजमाव ने राहगीरों और वाहनों की आवाजाही को बेहद मुश्किल बना दिया है।
स्थानीय लोग बताते हैं कि बारिश रुकने के बाद भी कई दिनों तक पानी नहीं निकलता, जिससे पूरे इलाके में कीचड़ और दुर्गंध फैल जाती है। सबसे चिंताजनक बात यह है कि इस समस्या ने धीरे-धीरे बाजार के अस्तित्व पर ही खतरा पैदा कर दिया है। कभी टेढ़ागाछ की आर्थिक रीढ़ माने जाने वाले इस बाजार से सरकार को सर्वाधिक राजस्व प्राप्त होता था, लेकिन अब स्थिति इतनी खराब हो गई है कि व्यापारियों और ग्राहकों का भरोसा टूट चुका है।
शासन-प्रशासन और जनप्रतिनिधियों की लगातार अनदेखी से बाजार की रौनक गायब होती जा रही है।पूर्व उप प्रमुख बिंदेश्वर प्रसाद शाह ने कहा—”फुलबड़िया बाजार टेढ़ागाछ का सबसे बड़ा मंडी है, लेकिन जलजमाव की समस्या ने इसे सुकुड़कर रख दिया है।
विदेशी ग्राहक तो दूर, प्रखंड क्षेत्र के लोग भी यहां आना बंद कर चुके हैं। कभी यहां के कारोबार से अररिया, पूर्णिया, किशनगंज, कटिहार, कोलकाता और नेपाल तक व्यापारी जुड़े रहते थे। मारवाड़ी और अन्य बड़े व्यापारी, जो यहां की पहचान हुआ करते थे, अब पलायन कर चुके हैं।
स्थानीय व्यापारियों और ग्रामीणों का कहना है कि अगर जल्द ही जलनिकासी और सड़क सुधार की ठोस व्यवस्था नहीं की गई, तो यह ऐतिहासिक बाजार पूरी तरह खत्म हो सकता है। लोगों ने जिला प्रशासन से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है, ताकि टेढ़ागाछ की यह आर्थिक धड़कन फिर से अपनी पुरानी रफ्तार पकड़ सके।