टेढ़ागाछ/किशनगंज/विजय कुमार साह
शान्तिकुंज हरिद्वार के तत्वावधान में आयोजित चार दिवसीय गायत्री महायज्ञ पूरी भव्यता के साथ टेढ़ागाछ प्रखण्ड अंतर्गत चिल्हनियाँ पंचायत स्थित वार्ड नंबर 10 आमबाड़ी में शुरू है। 51 कुण्डीय नव चेतना गायत्री महायज्ञ एवं विराट संस्कार महोत्सव का कार्यक्रम विधिवत आयोजित है।तीसरे दिन भी शान्तिकुंज से पधारे विद्वानों के द्वारा वैदिक मंत्रों से देव आह्वान एवं देव पूजन कराया गया। इस दौरान टोली नायक ने कहा कि हमारे शास्त्रों में लिखा है, कि गायत्री मंत्र के समान कोई मंत्र नहीं है।
हवन के जरिए लोगों ने विश्व समृद्धि, सुख शांति और बच्चों को संस्कारवान बनाने के लिए आहुतियां दी। अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार की तरफ से समय समय पर ऐसे आयोजन किये जाते रहते हैं और लोगों को युग निर्माण समाज के कल्याण कार्यो के लिए गायत्री मिशन से जोड़ने की कोशिश की जाती है। आस पास के क्षेत्रों और अन्य प्रखंड से गायत्री परिवार यज्ञ में भाग ले रहें हैं। इस यज्ञ में तीसरे दिन भी श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी रही।
संध्या कालीन के कार्यक्रम में भी भारी संख्या में श्रद्धालु भजन और प्रवचन में पहुँचकर आध्यात्मिक संस्कारो का लाभ उठाया। श्रद्धालुओं के लिये आयोजन समिति के द्वारा बैठने और महाप्रसाद का विशेष प्रबन्ध किया गया गया है। ट्रस्टी मिक़्क़ी साहा ने कहा कि गायत्री यज्ञ उपासना का मुख्य उद्देश्य मानव कल्याण है।
उन्होंने बताया कि वेद, पुराण और आयुर्वेदिक ग्रंथों में स्वास्थ्य रक्षा के लिए अनेक मंत्रों व उपायों का उल्लेेख है। वैदिक काल के ये मंत्र, यज्ञ और उपाय आज भी अचूक है। गायत्री मंत्र का उच्चारण वातावरण को शुद्ध, शांत और आध्यात्मिक बनाता है। इन्हीं बातों को ध्यान में रख यह आयोजन किया जा रहा है। गयात्री महायज्ञ आयोजन समिति के द्वारा बेहतर व्यवस्था किया गया है। भारत-नेपाल के श्रद्धालु यज्ञ स्थल में पहुँचकर इस कार्यक्रम में शामिल हो रहें हैं।