दुर्लभ प्रजाति का पैंगोलिन बरामद,वन विभाग के किया गया हवाले

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दिघलबैंक पंचायत के कजला टोला में मिला पैंगोलिन

किशनगंज /दिघलबैंक/ प्रणव मिश्रा

भारत नेपाल सीमा से सटे धनतोला पंचायत के कजला टोला गांव में गुरुवार देर शाम ग्रामीणों द्वारा दुर्लभ प्रजाति का एक पैंगोलिन को पकर वन विभाग को सोंपा है। सूचना पर वन कर्मी मनोज कुमार उरांव ने वन जीव को अपने संरक्षण में ले कर ठाकुरगंज ले गया है। जिसके बाद पेंगोलिन को अररिया जिले के रानीगंज बाटिका में छोड़ा दिया जायगा। गुरुवार देर शाम दुर्लभ प्रजाति के जीव को मिलने पर गांव में कौतूहल का विषय बन गया। जिसके बाद लोगों की भीड़ जुटने लगी। प्रायः नेपाल से सटे दिघलबैंक प्रखंड के पंचायतों में वन्य जीव का आना जाना लगा रहता है।

कहां पाया जाता है पैंगोलिन –

दुर्लभ प्रजाति का पैंगोलिन मैदानी एवं पहाड़ी के जंगलों में पाए जाने वाला स्तनपायी जानवर है जो भारत, श्रीलंका, नेपाल और भूटान में कई मैदानी व हलके पहाड़ी क्षेत्रों में पाया जाना वाला जीव है। इसके 8 प्रजातियों में सभी प्रजाति अकेला ही रहना पसंद करते हैं।

पैंगोलिन को लेकर भर्तियां-

(अधिक शिकार होने के कारण यह प्रजाति विलुप्त की ओर अग्रसर है। इसके अंगों को खाकर कई रोगों का इलाज होता है इसकी झूठी एवं अंधविश्वासी प्रथा अभी भी चली आ रही है। ) प्रकृति ने सभी जीवो को प्रकृति संरक्षण में योगदान करने के लिए अलग-अलग गुण प्रदान किया है। हमें भी आगे बढ़कर प्रकृति संरक्षण में योगदान देना चाहिए ताकि प्रकृति का संतुलन हमारे इस जीवमंडल पर बना रहे।

दुर्लभ प्रजाति का पैंगोलिन बरामद,वन विभाग के किया गया हवाले

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