किशनगंज /विजय कुमार साह
बढ़ती महंगाई की वजह से लोगों के घरों का बजट बिगड़ चुका है ।महंगाई की वजह से शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों के लोग तक त्राहिमाम कर रहे है और सरकार से महंगाई पर रोक लगाने को लेकर मांग कर रहे हैं ।टेढागाछ प्रखंड अन्तर्गत भोरहा पंचायत निवासी गुप्तेश्वार पान्डे ने बढ़ती महंगाई को लेकर चिंता जाहिर करते हुए कहा की पहले घर में रोज हरी सब्जियां,फल आदि बाजार से खरीद कर लाया करता था।
एक महीने पहले सरसो तेल लगभग 150 रुपए प्रति लीटर बिक रहे थे, अब वही सरसो तेल 170 रुपए के आसपास है जबकि पहले मैदा 25 रुपए किलो था जिसकी कीमत बढ़कर 30 रुपए किलो पहुंच चुका है। उन्होंने कहा की गर्मियों मे राहत देने वाली नींबू पहले 30 रुपए दर्जन थे लेकिन अब एक दर्जन नींबू 70 रुपए में भी मुश्किल से ही मिल पाते है।उन्होंने अपनी पीड़ा साझा करते हुए कहा की अब तो खाने पीने की चीजों के साथ-साथ अन्य उपयोगी सेवाओं के मूल्यों में वृद्घि से वस्तुओं और सेवाओं का लाभ ले पाना कठिन होता जा रहा है।
पहले कही आने जाने के लिये निजी वाहन का उपयोग करता था लेकिन पेट्रोल के बढ़ते मूल्य से निजी वाहन का उपयोग भी बन्द सा हो गया है।पहले घर की देखभाल के लिये एक व्यक्ति को रखा करते थे लेकिन बढती महंगाई के कारण अब खुद ही देखभाल करनी पड़ती है। वहीं कई अन्य लोगों ने भी बढ़ती महंगाई को लेकर सरकार से ठोस कदम उठाने की मांग की है ताकि लोगों को थोड़ी राहत मिल सके ।



