देश/डेस्क
95 वर्ष से निरंतर देश की सेवा करना, किसी भी संस्था या संगठन के लिए अपने आप में बहुत बड़ी बात होती है।ICC ने पूर्वी भारत और North East के Development में जो contribution दिया है, विशेषकर वहां की मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट्स को, वो भी ऐतिहासिक है ।
प्रधान मंत्री श्री नरेन्द मोदी ने उक्त बाते गुरुवार को आईसीसी के वर्षगांठ पर कहीं साथ ही कहा कि ICC ने 1925 में अपने गठन के बाद से आज़ादी की लड़ाई को देखा है, भीषण अकाल और अन्न संकटों को देखा है और भारत की Growth Trajectory का भी आप हिस्सा रहे हैं।अब इस बार की ये AGM एक ऐसे समय में हो रही है, जब हमारा देश Multiple Challenges को Challenge कर रहा है ।
पीएम ने अपने संबोधन में कहा कभी-कभी समय भी हमें परखता है, हमारी परीक्षा लेता है।कई बार अनेक कठिनाइयां, अनेक कसौटियां एक साथ आती हैं।लेकिन हमने ये भी अनुभव किया है कि इस तरह की कसौटी में हमारा कृतित्व, उज्ज्वल भविष्य की गारंटी भी लेकर आता है ।
पीएम ने कहा कि ये हमारी एकजुटता,ये एक साथ मिलकर बड़ी से बड़ी आपदा का सामना करना,ये हमारी संकल्पशक्ति,ये हमारी इच्छाशक्ति,हमारी बहुत बड़ी ताकत है, एक राष्ट्र के रूप में हमारी बहुत बड़ी ताकत है।मुसीबत की दवाई मजबूती है ।
पीएम ने आत्मनिर्भर भारत बनाने के लक्ष्य पर प्रतिबद्धता जाहिर की और कहा एक बहुत बड़ी वजह रही है कि बीते 5-6 वर्षों में, देश की नीति और रीति में भारत की आत्मनिर्भरता का लक्ष्य सर्वोपरि रहा है।अब कोरोना क्राइसिस ने हमें इसकी गति और तेज करने का सबक दिया है।इसी सबक से निकला है ।पीएम ने अपने संबोधन में सरकार द्वारा एमएसएमई सहित अन्य दर्जनों योजनाओं पर भी आईसीसी सदस्यों को अवगत करवाया ।