बिहार /बेगुराय
पुलिस ने हत्या की गुत्थी को सुलझा लिया है ।मालूम हो कि मकान की देखरेख करने की जिम्मेदारी जिसे दी गई थी उसी ने मकान हड़पने की लालच में मकान मालिक की हत्या कर दी ।
दरअसल बेगूसराय पुलिस ने 16 जनवरी को तेयाय ओपी क्षेत्र में मिले अज्ञात व्यक्ति के शव की पहचान करने के साथ-साथ हत्याकांड का उद्भेदन कर लिया है। घटना में शामिल अपराधियों को एक देसी पिस्तौल, घटना में प्रयुक्त स्कॉर्पियो एवं चार मोबाइल के साथ गिरफ्तार किया गया है। मृतक नालंदा जिला के सरमेरा थाना क्षेत्र स्थित वृंदावन निवासी विजय कुमार सिन्हा थे।
विजय कुमार सिन्हा हाल फिलहाल देहरादून में रहते हैं, इनका एक मकान आनंदपुरी पटना में भी है। उसी मकान को हड़पने की नीयत से बदमाशों ने उसकी हत्या कर लाश को तेयाय ओपी क्षेत्र के रघुनंदन स्थित राम कुमार चौधरी के मकई के खेत में मिट्टी के नीचे गाड़ दिया था। मंगलवार को अपने कार्यालय कक्ष में आयोजित प्रेस वार्ता में डीएसपी ओमप्रकाश ने दी। डीएसपी ने बताया कि घटना के उद्भेदन के लिए टीम लगातार काम कर रही थी। जिसके बाद मिले एक संदिग्ध मोबाइल नंबर के आधार पर 22 फरवरी को पटना से तीन व्यक्ति बेगूसराय जिला के तेघड़ा थाना क्षेत्र के दनियालपुर निवासी रणधीर कुमार मिश्रा एवं बजलपुरा निवासी रौनक कुमार तथा पटना जिला के मनेर थाना स्थित रामपुर दियारा निवासी चंद्रभूषण सिंह को भगवानपुर थाना लाया गया तो पूछताछ के दौरान इन लोगों ने हत्याकांड में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली।
गिरफ्तार बदमाशों ने बताया कि विजय कुमार सिन्हा का एक मकान पटना के आनंदपुरी में पत्नी निर्मला सिन्हा के नाम से है। जिसमें उन्होंने रणधीर कुमार मिश्रा को केयर टेकर रखा था। इन लोगों ने मकान हड़पने की नीयत से 15 जनवरी की शाम पटना स्थित घर में ही विजय कुमार सिन्हा के सिर में गोली मारकर हत्या कर दी और स्कॉर्पियो में लोड कर रघुनाथपुर में खेत में गाड़ दिया। बदमाशों ने बताया कि पटना के आनंदपुरी में स्थित मकान में विजय कुमार सिन्हा के अलावा कोई आता जाता नहीं था। जिसके कारण इन लोगों ने हत्या कर लाश गायब कर देने के बाद मकान हड़पने का प्लान बनाया था। हत्या कांड के उद्भेदन के लिए तेघड़ा डीएसपी के नेतृत्व में बनाए गए विशेष टीम में अंचल निरीक्षक रामनिवास, थानाध्यक्ष हिमांशु कुमार, तेयाय अध्यक्ष मनीष कुमार आनंद एवं सशस्त्र बल शामिल थे।