बिहार /मोतिहारी
गुरुवार को मोतिहारी के पीपराकोठी में कृषि आरोग्य मेले के साथ साथ आठ मंजिलें अऩुसंधान भवन का शिलान्यास राज्यपाल श्री फागु चौहान ने किया । इस अवसर पर पूर्व केन्द्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह और राज्य सरकार के गन्ना मंत्री प्रमोद कुमार,पशुपालन मंत्री मुकेश सहनी मौजूद रहे. कार्यक्रम के पहले राज्यपाल ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजयेपी की आदम कद प्रतिमा पर माल्यार्पण किया.
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए किसानों की आय को बढ़ाना जरुरी है. उन्होंने कहा कि बेकार की चीजों से आज वैज्ञानिक अनुठी वस्तु बना रहे है. केले के बेकार हो चुके थम से सुन्दर और मजबूत कपड़े बनाये जा रहे है. इसी प्रकार उन्होंने चर्चा करते हुए कहा कि चम्पारण के हांडी मीट का प्रचलन बढा है,जिससे लोगों को रोजगार मिला है. वहीं पूर्व केन्द्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह ने कहा की गौ धन के विकास का कार्य तेजी से चल रहा है.
आज देश में दुध के उत्पादन और उत्पादकता में काफी अन्तर है. आज देश विश्व में सबसे बड़ा दुध उत्पादक देश बना है. लेकिन प्रत्येक आदमी को आज भी मात्र साढ़े चार सौ ग्राम दुध मिल रहा है. दुध उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने के लिए देशी नस्ल के गाय को उच्च श्रेणी के गाय में बदलने का काम किया जा रहा है. इस कार्य में कृषि विभाग और पशुपालन विभाग लगा है. नस्ल सुधार कर दुध के उत्पादन को बढ़ाया जा सकता है.
उन्होंने कहा कि 2016 से पूर्व प्रति आदमी मात्र डेढ़ सौ ग्राम दुध होता था, जो आज बढ़कर साढे चार सौ ग्राम हुआ है. उन्होंने कहा कि पीपराकोठी में नस्ल सुधार सहित कई प्रकार के अऩुसंधान केन्द्रों की स्थापना किया गया है. उन्होंने कहा कि आज देश के सबसे उच्चे कृषि और पशु अनुसंधान केन्द्र के भवन का राज्यपाल फागु चौहान ने शिलान्यास किया है,जो दो साल में बनकर तैयार हो जायेगा. उन्होंने कहा कि आठ मंजिले भवन में वैज्ञानिक रहकर अनुसंधन करेंगें. जिसका सीधा लाभ देश के किसानों और पशुपालकों को मिलेगा।