देश /डेस्क
महाराष्ट्र में सरकारी विमान से राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को उतारे जाने का मामला तूल पकड़ चुका है ।मालूम हो कि देहरादून जाने के लिए एयरपोर्ट पहुंचे राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को गुरुवार को असहज स्थिति का सामना करना पड़ा।जानकारी के मुताबिक विमान में जाकर बैठ चुके गवर्नर को ऐन वक्त पर बताया गया कि प्लेन को उड़ने की मंजूरी उद्धव ठाकरे सरकार ने नहीं दी है, जबकि गवर्नर ऑफिस की ओर से बताया गया है कि 9 दिन पहले ही सरकार से मंजूरी मांगी गई थी।
शिवसेना ने कहा है कि राज्यपाल किसी सरकारी कार्यक्रम में नहीं जा रहे थे, इसलिए उन्हें मंजूरी नहीं दी गई।मामला सामने आने के बाद बीजेपी एवं उसकी सहयोगी पार्टी के नेताओं ने महाराष्ट्र सरकार के इस कदम कड़ी निंदा की है । महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री श्री देवेन्द्र फडणवीस ने कहा कि संविधान में राज्य के प्रमुख राज्यपाल हैं। मुख्यमंत्री के पास फाइल गई। जानबूझकर इजाज़त नहीं दी गई। राज्यपाल को नीचा दिखाने का प्रयास किया गया ।
केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने पूरे मामले पर कहा कि राज्य सरकार का यह रवैया बहुत गलत है। राज्यपाल को सरकारी विमान का उपयोग करने का अधिकार है। उन्होने कहा कि यह राज्यपाल का अपमान है। CM को इसके लिए माफी मांगनी चाहिए। मालूम हो कि महाराष्ट्र गवर्नर के ऑफिस की ओर से जारी बयान में कहा गया, ”आज राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी मुंबई एयरपोर्ट पहुंचे और सरकारी विमान में बैठ गए थे। इसके बाद राज्यपाल को बताया गया कि विमान के इस्तेमाल को लेकर अनुमति नहीं मिली है। इसके बाद एक कॉमर्शल फ्लाइल में तुरंत टिकट बुक किया गया और वह देहरादून के लिए निकले।”