
किशनगंज /प्रतिनिधि
विभागीय आदेश के आलोक में नामांकन बढ़ाने और बच्चों की उपस्थिति बढ़ाने के लिए स्कूलों के शिक्षक-शिक्षिकाओं को रोजाना नये-नये उपाय पर काम करना पड़ रहा है।
इसी आदेश को ध्यान में रखते हुए बैग लेस डे और सुरक्षित शनिवार के रूप में चिन्हित शनिवार को उत्क्रमित मध्य विद्यालय, गोथरा, प्रखण्ड – ठाकुरगंज ने अपने पोषक क्षेत्रों में अभिभावक सम्पर्क अभियान चलाया।

इस अभियान में इस विद्यालय के शिक्षक श्री चन्द्र शेखर ने कक्षा सप्तम और अष्ठम के छात्र-छात्राओं के संग सायकिल जुलूस की शक्ल में सबसे पहले अपने नजदीक के पोषक क्षेत्र मुकर्री बस्ती होकर बहती बरसाती नदी के किनारे पहुंचे। वहां उन्होंने चौथे शनिवार को बाढ़ विषयक सुरक्षित शनिवार और बैग लेस डे मनाने के क्रम में बच्चों को बाढ़ आने के कारण, उससे सुरक्षा के उपाय, बाढ़ के कारण कटाव व अन्य प्रकार से होने वाले नुकसान से अवगत कराया तथा उन्हें इस बरसाती नदी में बहती पानी का लुत्फ उठाने का भी क्षणिक मौका दिया गया।
उसके बाद इन सभी बच्चों के संग सायकिल जुलूस की शक्ल में मुकर्री बस्ती के प्रत्येक घरों में मौजूद अभिभावकों से श्री चन्द्र शेखर, शिक्षक ने बच्चों के संग सम्पर्क किया। इस सम्पर्क अभियान के क्रम में उन्हें अपने-अपने अनामांकित बच्चों का नामांकन उनके स्कूल में करवाने का अनुरोध किया। साथ ही उनसभी से कहा कि वे सभी अपने-अपने बच्चों जो उनके स्कूल में नामांकित हैं, को रोजाना ससमय स्कूल पहुंचाना सुनिश्चित करें ताकि उनसभी के बच्चे भी पढ़-लिख कर सुयोग्य नागरिक बनकर गांव-समाज का नाम रोशन कर सकें और सरकारी कार्यालयों के विभिन्न पदों पर नौकरी प्राप्त करने में खुद को सक्षम बना सकें।
इस विशेष अभियान के क्रम में इसी गांव की निवासी श्री मति दिलशाद बेगम जो ग्राम पंचायत कनकपुर की मुखिया हैं, के आवास पर सायकिल जुलूस लेकर श्री चन्द्र शेखर, शिक्षक पहुँचे । उनसे मुलाकात कर उन्हें इस विशेष अभियान से अवगत कराते हुए उनसे बतौर मुखिया सभी आवश्यक सहयोग प्रदान करने का मांग किया।
मुखिया दिलशाद बेगम ने शिक्षको के इस मेहनत पर खुशी जताते हुए उन्हें धन्यवाद देते हुए उनसे अनुरोध किया कि इस बस्ती के सभी नामांकित बच्चों व उनके माता-पिता की सूची उन्हें उपलब्ध करवाया जाए ताकि सभी बच्चों का स्कूल में रोजाना शतप्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित करवाने हेतु अपने स्तर से विशेष प्रयास कर सकें।
इसी दौरान उनके आंगन में पहुंचे ग्रामीणों को मुखिया द्वारा इस शिक्षक के अनूठे प्रयास की जानकारी देते हुए उन्हें शिक्षा के महत्व से अवगत कराया और उन सभी से अपने-अपने बच्चों को रोजाना स्कूल पहुंचाने में विशेष रुचि लेने का आग्रह किया ।