नवादा /रामजी प्रसाद एवं कुमार विश्वास
नवरात्र की आज सप्तमी तिथि है। आज सभी दुर्गा मंदिरों का पट खुल गया। पर एक ऐसा भी दुर्गा पंडाल है नवादा में जहां बंगाली पद्धति से पूजा होती है ।इसलिए यहां मां दुर्गा का पट षष्टी तिथि को ही खुल जाता है। यहां पूजा कराने के लिए बंगाल से ही प्रत्येक वर्ष बंगाली ब्राह्मण आते हैं ।इस साल भी सुब्रत चटर्जी पूजा कराने आए हैं ।

नवादा रेलवे स्टेशन पर बांग्ला पद्धति से 100 वर्षों से भी अधिक अवधि से यहां बांग्ला पद्धति से पूजा की जाती है। कहते हैं एक रेलवे में काम कर रहे अंग्रेज कर्मचारी को पुत्र रत्न की प्राप्ति नहीं हो रहा था एक दिन उसे रात में पुत्ररत्न की प्राप्ति के लिए मां दुर्गा की पूजा अर्चना करने का सपना आया।

इस बीच उसका स्थानांतरण नवादा हो गया सपना के अनुसार उस अंग्रेज रेलवे अधिकारी ने नवादा स्टेशन परिसर में मां दुर्गा के प्रतिमा पूरे श्रद्धा भाव के साथ स्थापित कराया तथा पूजा कराने के लिए कोलकाता से बंगाली पुजारी को मंगाया। इसके बाद उन्हें पुत्र रत्न की प्राप्ति हुई और तभी से यहां मां दुर्गा के प्रतिमा के स्थापित करने के बाद पूजा होने लगी ।दूर दराज से भक्त यहां आते है और पूरे विधि विधान से माता दुर्गा की पूजा कर मनोकामना पूर्ण होने का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।