खोरीबाड़ी /चंदन मंडल
राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के निर्देश अनुसार व तृणमूल कांग्रेस के द्वारा ‘दुआरे सरकार ‘ योजना जोर शोर से लागू की गई ।लेकिन इस कार्यक्रम की हकीकत कुछ और ही है ।कार्यालयों में बैठे सरकारी बाबू इस योजना के नाम को बदनाम कर रहे है ।
ग्रामीणों की माने तो खोरीबाड़ी बीडीओ कार्यालय में जिनकी पहुंच है या फिर पार्टी से जुड़े हुए है उनका काम आराम से मुफ्त में हो जाता है ।लेकिन साधारण लोगो को कार्यालय के बाबू द्वारा घुमा दिया जाता है
आवेदन करने पहुंचे ग्रामीणों का कहना है कि अधिकारी कहते हैं किसी कम्प्यूटर की दुकान पर अप्लाई करके आओ उसके बाद यहां हो पाएगा . लोगों को ऐसी बात बताई जा रही है। जिससे लोगों को सिर्फ परेशान हो रही हैं.
और लोगों को खोरीबाड़ी बीडीओ कार्यालय का बार बार चक्कर लगाना पड़ रहा है. इसी कड़ी में सोमवार को एक मीडिया कर्मी अपने बारे में न बताकर जाति प्रमाण पत्र के लिए अपना डॉक्यूमेंट दे रहे थे ,लेकिन डॉक्यूमेंट जमा पर बैठे व्यक्ति ने उसका डॉक्यूमेंट को बिना देखे ही फेक दिया और कहां यहां अप्लाई नहीं होता है. जबकि राज्य सरकार के निर्देश अनुसार हर प्रखंड में दुआरे सरकार ‘ नाम से नया कार्यक्रम शुरू की गई है ।
सरकार द्वारा जोर शोर से इसकी घोषणा की गई और बताया गया कि इसका मुख्य उद्देश्य लोगों के लिए स्वास्थ्य साथी योजना के साथ-साथ खाद्य साथी, कन्याश्री, रूपश्री, शिक्षाश्री योजनाओं के लिए नाम पंजीकृत किया जा सके या राज्य सरकार द्वारा किसी योजना के लिए पूर्व में जारी किए गए प्रमाण-पत्र साथ ही किसी प्रकार की त्रुटि है तो वह भी इस दौरान संशोधन कराना ये सारी चीज फ्री में करने की अनुमति दी गई है.
लेकिन मुख्यमंत्री द्वारा ‘दुआरे सरकार ‘ नाम को कार्यालय में बैठे जाति प्रमाण पत्र के डॉक्यूमेंट ले रहे व्यक्ति द्वारा बदनाम किया जा रहा है.
इस संबंध में खोरीबाड़ी – बुढागंज मंडल अध्यक्ष अरुण दास ने बताया विधान सभा चुनाव जैसे जैसे करीब आ रहा है वैसे वैसे तृणमूल कांग्रेस नागरिकों तक पहुंचने एवं उनका समर्थन प्राप्त करने के लिए झूठ ‘द्वारे सरकार ‘ लेकर आई है तभी तो जाती प्रमाण पत्र का अप्लाई करने जा रहे लोगों को किसी दिन लिंक फैल तो किसी दिन अन्य समस्या कहकर घुमा दिया जाता है . जिससे लोगो को कुछ तो नहीं , सिर्फ परेशानी के साथ साथ लोगों कीमती समय भी बर्बाद हो जाता है.