बहादुरगंज /किशनगंज/निशांत चटर्जी
प्रखंड मुख्यालय परिसर के समीप स्तिथ तालाब किनारे लावारिस अवस्था में भारी मात्रा में सरकारी दवा फेंका हुआ मिला. जहां ग्रामीणों के द्वारा मिली सुचना पर अस्पताल प्रबंधन कि टीम मौके पर पहुंचकर लावारिस अवस्था में फेंके दवाओं को एकत्रित कर साथ ले गई।
बताते चले कि सरकार के द्वारा सभी सरकारी अस्पतालों में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा के लिए निशुल्क दवा उपलब्ध कराई जाती है. जहां दवाओ का वितरण ओपीडी मरीजों के अलावा, विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों में कार्यरत स्वास्थ्य कर्मी के माध्यम से भी करवाया जाता है.मामले में ऐसा कयास लगाया जा रहा है कि किसी अज्ञात स्वास्थ्य कर्मी द्वारा जरूरत मंदों के बीच दवाओं का वितरण न करते हुए उन दवाओं को तालाब किनारे लावारिस अवस्था में फेंक दिया गया है.
उक्त मामले में स्थानीय लोग चिकित्सा कर्मी की भारी लापरवाही से जुड़ी उक्त घटना को लेकर भारी असंतोष व्यक्त किया है एवं उचित जाँच एवं कार्यवाही की गुहार जिला पदाधिकारी से लगाई है.हालाँकि यह कोई पहली घटना नहीं है. इससे पूर्व भी इस तरह के मामले सामने आते रहे हैं एवं विभागीय स्तर पर उन मामलों में पर्दा डालने का काम किया जाता रहा है.
वहीँ इस मामले में बीएचएम बहादुरगंज किशोर कुमार केशरी से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि अगर स्वास्थ्य कर्मी द्वारा दवा का वितरण नहीं करने पर बचे दवा को सीएससी को वापस कर देना था परंतु लावारिस अवस्था में तालाब किनारे प्राप्त सरकारी दवा से जुड़े मामले में जांच कर अग्रतर कार्यवाही की जायगी.