पौष पूर्णिमा के अवसर पर मां भगवती की धूमधाम से की गई पूजा अर्चना, चार दिवसीय माता मेला का हुआ शुभारंभ

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किशनगंज/ गलगलिया/दिलशाद

गलगलिया थाना क्षेत्र अंतर्गत कुकुरबाघी पंचायत के गन्धुगछ गांव में स्थित माता भगवती मंदिर में गुरुवार को पौष पूर्णिमा के अवसर पर मां भगवती की धूमधाम से पूजा अर्चना की गई। इस चार दिवसीय माता मेला का शुभारंभ कार्यक्रम में पूजा आयोजन समिति के संरक्षक वरिष्ठ ग्रामीणों के द्वारा संयुक्त रूप से पूजा अर्चना कर शुरुआत की गई। गुरुवार को उक्त गांव के निकट बूंद नदी के किनारे लगने वाले माता भगवती के चरण में माथा टेकने के लिए हजारों की संख्या में श्रद्धालुओ की भीड़ उमड़ पड़ी।

गलगलिया थाना क्षेत्र के प्रसिद्ध व आस्था का प्रतीक मानी जाने वाली इस माता मेला में भक्तजन अपनी मनोकामना पूर्ण होने पर अथवा मन्नतें मांगने काफी संख्या में काफी दूर दूर से पहुंचते हैं। शीतलहरी व कड़ाके की ठंड में भी  पड़ोसी राष्ट्र नेपाल, पड़ोसी राज्य बंगाल व जिले के अन्य प्रखंडों सहित दूर दराज स्थानों से भी श्रद्धालु  पहुंच रहे हैं। वहीं पूजा कमिटी ने बताया कि हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी भक्तजनों की उपस्थिति में काफी इजाफा हुआ है। नेपाल से काफी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं।

मेला के आयोजन के लिए अनुमंडल दंडाधिकारी, किशनगंज से प्रशासनिक अनुमति ली गई है, जिसकी लिखित सूचना प्रखंड विकास पदाधिकारी व अंचल अधिकारी, ठाकुरगंज व गलगलिया थानाध्यक्ष को दी गई है। उन्होंने बताया कि प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी माता के मंदिर व परिसर का रंग-रोगन का कार्य कराया गया है। बंगाल के मूर्तिकारों के द्वारा मां भगवती की प्रतिमा बनाई गई है। ज्ञात हो कि स्थानीय लोगों द्वारा 1940 में इस माता मेला की शुरुआत हुई थी जो आज काफी प्रसिद्ध है।

बंगाल, बिहार व नेपाल के हजारों की संख्या में श्रद्धालु इस मेले में आकर मंदिर में पूजा करते हैं। श्रद्धालुओं का ऐसा मानना है कि यहां माता का दर्शन कर जो भी मुरादें मांगी जाती है वह अवश्य पूर्ण होती है। वहीं मां भगवती की पूजा करने वाले पुरोहित बताते है कि मां की पूजा पौष पूर्णिमा के दिन वेद मंत्रोच्चारण के साथ शुरु की गई। माता भगवती द्वारा भक्तों की मनोकामना पूर्ण हो जाने पर भक्त मां के चरण में फल-फूल व प्रसाद अर्पित करते है।

पशु व पक्षियों का बलि का मंत्रोच्चारण होता है, लेकिन इनकी बलि नहीं दी जाती है। मेला में तिलकुट एवं गन्ने की खूब बिक्री होती है। कमेटी द्वारा आयोजित इस चार दिवसीय इस पूजन कार्यक्रम में दूर-दूर से नाटक मंडली आकर पारंपरिक नृत्य एवं गायन कौशल का प्रदर्शन किया जा रहा है। यह यहां की पुरानी परंपरा है। वहीं मेले की भीड़ को नियंत्रित एवं शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए गलगलिया थानाध्यक्ष राहुल कुमार अपने पुलिस दलबल के साथ मुस्तैद दिख रहे है। वर्षों से चले आ रहे मेले के आयोजन को सफल बनाने में कमेटी सदस्यगण एवं सर्किल इंस्पेक्टर अरुण कुमार सिंह गलगलिया थानाध्यक्ष राहुल कुमार सहित पुलिस बल मुस्तैद दिखे।

पौष पूर्णिमा के अवसर पर मां भगवती की धूमधाम से की गई पूजा अर्चना, चार दिवसीय माता मेला का हुआ शुभारंभ

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