मंडलकारा में बंद विचाराधीन कैदी की भागलपुर में इलाज के दौरान मौत

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किशनगंज /सागर चन्द्रा


शराब मामले में किशनगंज मंडल कारा में बंद एक बंदी की मौत हो गई। भागलपुर में इलाज के दौरान लाइन चपरासी मोहल्ला निवासी 55 वर्षीय उबेद आलम की मौत हो गई। किशनगंज मंडल कारा में तबीयत बिगड़ने के बाद उसे स्थानीय सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां से उसे बेहतर इलाज के लिए भागलपुर रेफर किया गया था।

लेकिन भागलपुर में इलाज के दौरान बुधवार सुबह उसकी मौत हो गई। उबेद को गत 20 अक्टूबर को उत्पाद विभाग की टीम ने रूईधासा के समीप गिरफ्तार किया था। तलाशी लेने पर उसकी स्कूटी से 9.6 लीटर शराब बरामद किया गया था। नतीजतन उत्पाद थाना में केस दर्ज कर उसे न्यायिक हिरासत में किशनगंज मंडल कारा भेज दिया गया था।

लेकिन जेल में अचानक उसकी तबियत बिगड़ गई। जेल प्रशासन ने उसे इलाज के लिए कारा अस्पताल में भर्ती करवाया। जहां से उसे बेहतर इलाज के लिए पहले एमजीएम मेडिकल कॉलेज और फिर सदर अस्पताल में भर्ती किया गया। जहां से गत 22 अक्टूबर को उसे बेहतर इलाज के लिए भागलपुर अस्पताल रेफर किया गया था।

जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। वहीं प्रभारी जेल अधीक्षक रंजीत कुमार ने बंदी के मौत की पुष्टि करते हुए बताया कि 20 अक्टूबर को शराब के मामले में उक्त बंदी को लाया गया था।

उसकी हालत बेहतर नहीं लग रही थी। इसके बाद जेल के चिकित्सिक दीपक कुमार की निगरानी में इनका इलाज चल रहा था। लेकिन तबियत ठीक नहीं होने के कारण उसे पहले एमजीएम और फिर सदर अस्पताल रेफर किया गया था। जहां चिकित्सिक की सलाह पर उसे भागलपुर अस्पताल रेफर किया गया था। परंतु इलाज के दौरान बंदी की मौत हो गई। उन्होंने कहा कि पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों के हवाले कर दिया जायेगा।

मंडलकारा में बंद विचाराधीन कैदी की भागलपुर में इलाज के दौरान मौत

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