दिलशाद/ गलगलिया
मंगलवार को विजयादशमी पर मां दुर्गा की विदाई के समय महिलाओं द्वारा आपस में सिंदूर की होली खेली गई। सीमावर्ती क्षेत्र गलगलिया के भातगांव, गलगलिया बाजार, में विजयादशमी के दौरान दुर्गा पूजा पंडालो में सिंदूर खेला की धूम रही। गौरतलब है कई जगहों के साथ-साथ गलगलिया में भी प्रतिमाएं विसर्जित की गई।
मां दुर्गा की प्रतिमा विसर्जन के ठीक पहले सिंदूर खेला की परम्परा है। ऐसी मान्यता है की सिंदूर खेला से सौभाग्य का वरदान मिलता है और पति की उम्र लम्बी होती है। विजयादशमी के अवसर पर आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम में विवाहित महिलाएं हिस्सा लेती हैं।
नौ दिनों तक मां दुर्गा की भक्ति के बाद दशमी के रोज सिंदूर की होली खेली जाती है। इस बाबत जानकारों ने बताया कि जिस प्रकार पूर्ण श्रृंगार कर बेटी को घर से विदा किया जाता है उसी प्रकार मां दुर्गा को भी ससुराल विदा किया जाता है। वहीं दूसरी ओर गलगलिया थाना क्षेत्र के रेलवे दुर्गा पूजा कमिटी के साथ साथ अन्य क्षेत्रों में दुर्गा पूजा शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न हुआ।
इसमें स्थानीय लोगों एवं कमेटी के अलावे अन्य समुदाय के लोगों का भी महत्वपूर्ण योगदान रहा। सभी लोगों ने शांति, सद्भावना व सौहार्दपूर्ण तरीके से साथ त्योहार को मनाने में अपनी सकारात्मक भूमिका निभाई। जिसमें सभी लोगों का पारस्परिक सहयोग रहा।
साथ ही सभी पूजा पंडालों में श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित करने व अप्रिय घटना से बचाने के लिए पुलिस बल जवान तैनात रहे। गलगलिया थाना के थानाध्यक्ष राहुल कुमार सहित बिहार पुलिस के जवानों ने सुरक्षा की कमान अपने हाथों में लेते हुए सभी चौक चौराहों, पंडालों व विभिन्न क्षेत्रों का पैदल और गाड़ी से चलकर नजर बनाए हुए थे।
गलगलिया पुलिस की चौकसी के कारण कहीं भी किसी तरह की अप्रिय घटना की सूचना प्राप्त नहीं हुई। जिसके कारण हर्षोल्लास एवं शांतिपूर्ण तरीके से दुर्गा पूजा का पर्व संपन्न हो गया। पुलिस के इस सराहनीय कार्य के लिए गलगलिया थाना क्षेत्र के सभी पूजा कमिटी ने थानाध्यक्ष सहित अन्य पुलिस कर्मियों का तहे दिल से सुक्रिया अदा किया है।