- बंगला पंचांग के अनुसार घोड़ा पर सवार होकर आएगी मां दुर्गा
-मुख्यालय में 10 जगहों पर होता है मां दुर्गा की पूजा-अर्चना
-मां खड्गेश्वरी काली मंदिर में होता है विशेष पूजा,मंदिरों को दिया जा रहा है भव्य रूप
अररिया /अरुण कुमार
इस साल शारदीय नवरात्रि की शुरुआत 15 अक्तूबर दिन रविवार से शुरू हो रहा है। मां दुर्गा को समर्पित यह पर्व 23 अक्तूबर दिन मंगलवार तक चलेगा। वहीं 24 अक्टूबर को विजयादशमी यानी दशहरा का पर्व मनाया जाएगा। नवरात्रि के नौ दिनों में मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की विधि-विधान से पूजा की जाती है। वैसे तो माता रानी सिंह की सवारी करती हैं, लेकिन नवरात्रि में जब धरती पर आती हैं तो उनकी सवारी बदल जाती है।
मां जगदंबे के आगमन की सवारी नवरात्रि के प्रारंभ वाले दिन पर निर्भर करती है। यानी नवरात्रि की शुरुआत जिस दिन होती है, उस दिन के आधार पर उनकी सवारी तय होती है। इसी प्रकार से वह जिस दिन विदा होती हैं, उस दिन के आधार पर प्रस्थान की सवारी तय होती है। बंगला पंचाग के अनुसार मां घोड़ा पर सवार होकर आ रही है।जबकि मिथिला पंचांग के अनुसार मां हाथी पर सवार होकर आ रही है। मां की पूजा सभी दिन होगी, जो भक्तों को शुभ फल प्रदान करेगी। इस बार कोई भी तिथि क्षय नहीं है। बंगला पंचांग के अनुसार मां का आगमन व गमन घोड़ा पर हो रहा है।वहीं मिथिला पंचांग के अनुसार मां का आगमन हाथी पर हो रहा है, जो काफी बारिश का संकेत है।
हाथी पर आयेगी मां दुर्गा
समिति दुर्गा मंदिर के पुजारी पंडित श्री ललित नारायण झा ने बताया कि इस बार शारदीय नवरात्रि की शुरुआत रविवार से हो रही है और जब रविवार के दिन से नवरात्रि शुरू होती है तो माता का वाहन हाथी होता है। हाथी पर सवार होकर माता का आगमन अधिक वर्षा का संकेत देता है। मान्यता के अनुसार यदि नवरात्रि सोमवार या रविवार से शुरू हो रही है तो मां दुर्गा का वाहन हाथी होता है, जो अधिक वर्षा के संकेत देता है। वहीं यदि नवरात्रि मंगलवार और शनिवार शुरू होती है, तो मां का वाहन घोड़ा होता है, जो सत्ता परिवर्तन का संकेत देता है। इसके अलावा गुरुवार या शुक्रवार से शुरू होने पर मां दुर्गा डोली में बैठकर आती हैं जो रक्तपात, तांडव, जन-धन हानि का संकेत बताता है। वहीं बुधवार के दिन से नवरात्रि की शुरुआत होती है, तो मां नाव पर सवार होकर आती हैं। नाव पर सवार माता का आगमन शुभ होता है।
इस जगहों पर होता है मां दुर्गा का पूजा
शास्त्री नगर दुर्गा मंदिर, ठाकुरबारी दुर्गा मंदिर, अररिया आरएस दुर्गा मंदिर ,जयप्रकाश नगर दुर्गा मंदिर, आश्रम दुर्गा मंदिर, समिति दुर्गा मंदिर, आड़गरा दुर्गा मंदिर, पुराना मंडल कारा दुर्गा मंदिर, माता स्थान स्थित दुर्गा मंदिर, अररिया कोट दुर्गा मंदिर के अलावा प्रसिद्ध मां खड्गेश्वरी महाकाली मंदिर में दुर्गा पूजा को लेकर रोजाना पूजा अर्चना की जाती है।पहला पूजा से लेकर नो पूजा तक मां खड्गेश्वरी के साधक नानू बाबा द्वारा हवन व पुष्पांजलि किया जाता है।
नवरात्रि की पूजा तिथियां
15 अक्टूबर- घट स्थापना, शैलपुत्री पूजा
16 अक्टूबर- ब्रह्मचारिणी पूजा
17 अक्टूबर – चंद्रघंटा पूजा
18 अक्टूबर- कूष्माण्डा पूजा
19 अक्टूबर – स्कन्दमाता पूजा
20 अक्टूबर – कात्यायनी पूजा
21 अक्टूबर – काल रात्रि पूजा
22 अक्टूबर- दुर्गा अष्टमी, महागौरी पूजा
23 अक्टूबर – महा नवमी, हवन
24 अक्टूबर – विजयादशमी, नवरात्रि पारण, दुर्गा विसर्जन