टेढ़ागाछ (किशनगंज)विजय कुमार साह
टेढ़ागाछ रक्षाबंधन के पर्व इस वर्ष भी हर्षोल्लास एवं धूम धाम से मनाया जायेगा।बहनों को परदेशी भाइयो के इंतेजार की बेसब्री काफी बढ़ गई हैं।वे पल पल एक दूसरे का इंतेजार कर रहे हैं।
रुचि कुमारी ने बताया कि भाई बहन के अटूट संबंधों को भाई या बहन ही समझ सकती हैं।प्रतिवर्ष की भांति इस बार भी उनके भाई भी रक्षाबंधन के लिए घर पहुच रहे हैं।तीन दिनों तक बाजार की परक्रिमा की है।सबसे अच्छा राखी मैने अपने भाई के लिए खरीदी हैं।

श्वेता कुमारी ने कहा कि रक्षाबंधन का इंतेजार एक वर्ष से हैं। ऐसे में पंडित से रक्षा सूत्र बाँधने की मुहर्त निकलवा ली हैं।घड़ी देखकर शुभ मुहर्त में अपने भाईयों को राखी बांधेगी।पहले से ही भाइयो को खबरदार कर चुकी है।
कविता कुमारी,मैं अपने भाइयों का आने का इंतेजार कर रही हूँ।रोज दिन मोबाइल फोन से उनकी दिनचर्या पूछती हु कब आ रहे हैं। इस बार चायनीज राखी नही खरीदी हू।
रूपा कुमारी ने कहा कि शादी होने के बाद भी घर में व्यस्तता रहने के वावजूद भी अपने भाईयों को राखी बांधने निश्चित रूप से जाती हूं।भाई को राखी बान्धने के बाद ही शुकुन मिलता हैं।
प्रिया कुमारी ने बताया कि भाई बहन के त्यौहार रक्षाबंधन के दिन भाइयों का आने का बेसब्री से इंतजार रहता है,ज्योतिष शास्त्र के अनुसार रक्षाबंधन में राखी बांधने से भाइयों की आयु लंबी होती है और सुख सौभाग्य में वृद्धि होती है।
निधि कुमारी ने कहा कि इस दिन भाई अपनी बहनों को हर मुश्किल घड़ी में रक्षा करने का वचन देते हैं जिसके कारण इस पावन पर्व का महत्व कहीं अधिक बढ़ जाता है।
श्वेता कुमारी ने कहा कि इस पर्व में बहन अपने भाई के कलाई पर रक्षा सूत्र बांधती है और बदले में भाई जीवन भर उनकी रक्षा करने का वचन देते हैं रक्षाबंधन को लेकर हम लोग काफी उत्साहित है।