रेलवे के मनमाने रवैए से धक्का खाने को मजबूर है यात्री,आरामदायक सफर का दावा खोखला

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किशनगंज/प्रतिनिधि

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव रेल यात्रियों को आराम दायक सफर मुहैया करने का लाख दावा करते हो लेकिन रेलवे की यह तस्वीर खुद सच्चाई बयान करने के लिए काफी है । बता दे की रेल यात्री आज भी धक्का खाने को मजबूर है ।ऐसी ही एक तस्वीर किशनगंज स्टेशन पर देखने को मिली है जहा बाथरूम के शौचालय की खिड़की पर बैठकर एक यात्री यात्रा करने को मजबूर दिखा ।तस्वीर अवध असम एक्सप्रेस की है ।

प्राप्त जानकारी के मुताबिक अवध असम एक्सप्रेस में पहले 13 स्लीपर कोच थे। जिसे घटाकर अब चार कर दिया गया है।स्लीपर के स्थान पर एसी कोच जोड़ा गया है। जिससे रोजगार के लिए दिल्ली जाने वाले गरीब लोगों को भारी फजीहत का सामना करना पड़ रहा है। लोग ट्रेन के बाथरूम में सफर करने के लिए बाध्य हैं।

मजदूरी करने के लिए दिल्ली पंजाब जाने वाले लोग एसी का टिकट तो खरीद नहीं सकते ऐसे में मजबूरन जान जोखिम में डाल कर यात्रा कर रहे है।स्थानीय बुफीजीवियो का कहना है की वंदे भारत जैसे ट्रेन चलाने वाली सरकार को मजदूर वर्ग का भी ध्यान रखे जाने की जरूरत है ताकि इस तरह उन्हें धक्का खाना न पड़े।

रेलवे के मनमाने रवैए से धक्का खाने को मजबूर है यात्री,आरामदायक सफर का दावा खोखला

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