टेढागाछ/ किशनगंज/विजय कुमार साह
महानंदा बेसिन परियोजना के तहत तटबंध निर्माण कार्य में संसोधन नहीं होने से प्रखंड के विभिन्न पंचायतों से आए आक्रोशित ग्रामीण किसानों ने मंगलवार को जिला परिषद सदस्या इमरत आरा के घर का घेराव किया। आक्रोशित ग्रामीण किसानों के तरफ से अंचलाधिकारी के कार्यालय में भी आवेदन देकर किसानों ने अपनी मांगों को पूरा करने की गुहार लगाई है।
इधर एमआईएम विधायक अख्तरुल इमाम व जिला परिषद सदस्या इमरत आरा को आवेदन देकर तटबंध निर्माण कार्य में संसोधन कराने की मांग की है। इसके पूर्व भी ग्रामीणों ने सोमवार को झुनकी मुशहरा पंचायत भवन में बैठक की थी।यहाँ के ग्रामीण किसान विगत वर्षों से महानंदा बेसिन परियोजना अंतर्गत रेतुआ नदी के दोनों किनारों पर बनने वाली बांध के नक्शा में संशोधन की मांग करते आ रहें हैं।
इसको लेकर स्थानीय किसान बार बार जिला परिषद सदस्य, विधायक, सांसद जिला पदाधिकारी को आवेदन देकर गुहार लगाते रहे हैं।पर आज तक कोई ठोस कदम नहीं उठाए जाने से किसानों एवं ग्रामीणों में आक्रोश है। तटबंध से प्रभावित होने वाले किसानों का कहना है कि वर्तमान नक्शा के अनुरूप बांध निर्माण होने से मौजा झुनकी मुशहरा, थाना नंबर 141, अंचल टेढ़ागाछ में किसानों को लाभ के बदले नुकसान हो रहा है। वहीं मुखिया प्रतिनिधि मंजर आलम ने बताया कि किसानों की हजारों एकड़ उपजाऊ जमीन बांध निर्माण के कारण अंदर चला जाता है, जिससे किसानों की खेती बांध बनने से नहीं हो पाएगी।
वहीं कुछ किसानों ने बैठक में अपनी बात को रखते हुए कहा कि धान, मक्का एवं गेहूं के लिए उपजाऊ हेतु जमीन नहीं होने पर परिवार का भरण पोषण करना मुश्किल हो जाएगा। इन कृषकों को मजदूरी करने के आलावे कोई रास्ता नहीं बचेगा। इसमें आशा, धापर टोला, मुशहरा, लोधाबाड़ी, डोरिया, कजलेटा एवं भाग कजलेटा गांव के बगल से बांध निर्माण होने के कारण लोगों का घर मकान, कीमती जमीन सहित प्रधानमंत्री सड़क, मुख्यमंत्री ग्राम सड़क, कई सरकारी विद्यालय एवं आंगनबाड़ी केंद्र बांध के अंदर चले जाएंगे।
जिससे लोगों को बेघर होने की आशंका सता रही है। ऐसे में बाढ़ के समय यहाँ की आबादी पर बुरा असर पड़ सकता है।बांध के भीतर आने वाले सभी गाँव में बाढ़ का पानी घुस जाएगा और लोग पानी में डूबकर मर सकते हैं। इस बाबत ग्रामीण किसान प्रशासन से सरकार द्वारा प्रस्तावित नक्शा में संशोधन चाहते हैं। इसको लेकर किसानों ने जिला परिषद सदस्य का घेराव किया और पदाधिकारी से पुनः निरीक्षण करवाकर नक्शा में संशोधन कराते हुए वर्तमान में बहती नदी के दोनों किनारों पर बांंध निर्माण कराने की मांग की है।
जिससे शत-प्रतिशत ग्रामीणों को बांध का लाभ मिल सके। जिला परिषद सदस्य प्रतिनिधि अकमल शमशी ने ग्रामीणों को भरोसा दिया कि आप सभी ग्रामीणों के इस जायज मांगों को जिला पदाधिकारी, विधायक, सांसद, एवं आपदा प्रबंधन मंत्री के पास उठाऊंगा। इसके पूर्व भी किसान संघर्ष मोर्चा के तहत आपकी मांगों को हमने रखा है।
जिसमें भोरहा पंचायत में आंशिक सुधार नक्शा में किया गया है।पर और सुधार की आवश्यकता है। इस अवसर पर एआईएमआईएम विधायक अख्तरुल इमाम टेढ़ागाछ प्रमुख कैसर रजा जिला परिषद सदस्य प्रतिनिधि अकमल शमशी ,उपमुखिया असर जहा,पुर्व मुखिया अबसार आलम, समाज सेवी राहत आलम एवं विभिन्न पंचायतों के जन प्रतिनिधि तथा दर्जनों आक्रोशित किसान व ग्रामीण शामिल थे।