कैमूर/भभुआ(ब्रजेश दुबे):
कैमूर में महागठबंधन के द्वारा महंगाई बेरोजगारी एवं सूखा जैसी अन्य मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन किया गया। यह प्रदर्शन जिला ही नहीं राज्यव्यापी था जिसमें बिहार को सूखाग्रस्त घोषित करने सहित 10 सूत्री मांगों को लेकर महागठबंधन के नेताओं ने जिला मुख्य मार्ग एकता चौक पर प्रतिरोध करते हुए जिला मुख्यालय पर जनसभा किया। महागठबंधन के नेताओं द्वारा आयोजित प्रतिरोध मार्च का अध्यक्षता युवा राजद के जिला अध्यक्ष अकलूराम ने किया। प्रतिरोध मार्च में राजद,भाकपा माले,कांग्रेस सहित अन्य पार्टी के नेता व कार्यकर्ता मौजूद रहे।

महागठबंधन ने बिहार को सूखा घोषित करने सरकारी नल कूपों को चालू कराने कृषि सिंचाई व्यवस्था के लिए 24 घंटे फ्री में बिजली देने के लिए एवं महंगाई पर रोक लगाने सहित डीजल, पेट्रोल एवं गैस की बढ़ी कीमतों को वापस ले आत्महत्याओं पर रोक लगाने 5 लाख तक का कर्ज माफ करने सहित 10 सूत्री मांग शामिल है। वही रामगढ़ विधानसभा के राजद विधायक सुधाकर सिंह ने कहा कि केंद्र में और राज्य में बैठी हुई सरकार की स्थिति अंग्रेजी शासन से भी बदतर हो गई है। सरकार की आंखों पर मोटी चर्बी चढ़ती जा रही है। जहां देश में एक तरफ महंगाई और बेरोजगारी बढ़ती जा रही है वहीं देश की आर्थिक स्थिति दिनों दिन खराब होती जा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार खाद्यान्नों पर भी अब टैक्स लगाना शुरू कर दी है इससे साबित हो रहा है कि सरकार आपातकाल की ओर बढ़ रही है।
वही मोहनिया विधायक संगीता कुमार ने कहा कि सरकार एक तरफ महिलाओं को फ्री में गैस सिलेंडर दे देकर एक लॉलीपॉप दिखा दिया जिसके बाद गैस सिलेंडर की कीमतों में बेतहाशा वृद्धि की गई है। महंगाई चरम सीमा पर है महिलाओं के प्रति सरकार की कोई ठोस नीति नहीं है। यह सरकार जनता से झूठे वादा कर रही है चुनाव में यह वादा किया गया कि अबकी बार सरकार बनेगी तो महंगाई पर लगाम लगेगी लेकिन सरकार बनने के बाद भी महंगाई बेतहाशा बढ़ती जा रही है।
वहीं भभुआ विधायक भरत सिंह ने कहा कि पटना बैठी हुई सरकार अंधी हो गई है जहां एक तरफ पूरा कैमूर ही नहीं पूरा बिहार सूखे की स्थिति से गुजर रहा है वही सरकार मौन साधे हुई है। उन्होंने मांग किया कि सरकार को पूरे बिहार को सूखाग्रस्त घोषित करना चाहिए जिससे किसानों को राहत मिल सके। इस प्रतिरोध मार्च में रामगढ़ विधायक सुधाकर सिंह, मोहनिया विधायक संगीता कुमारी एवं भभुआ सदर विधायक भरत बिंद, सहित सैकड़ों की संख्या में महागठबंधन के कार्यकर्ता व नेता उपस्थित रहे।