डेस्क /न्यूज लेमनचूस
बिहार की पटना पुलिस ने एक बड़े आतंकी नेटवर्क का खुलासा किया है । मालूम हो की गुप्त सूचना पर पुलिस ने झारखंड से सेवानिवृत दारोगा समेत दो आरोपी को गिरफ्तार किया है।पुलिस की विशेष टीम ने फुलवारीशरीफ के नया टोला से इन लोगो को गिरफ्तार किया है।प्राप्त जानकारी के मुताबिक पुलिस ने यह कार्रवाई पीएम नरेन्द्र मोदी के बिहार दौरे से ठीक पहले की थी ।लेकिन दौरा संपन्न होने के बाद पुलिस ने पूरे मामले का खुलासा किया है।तत्काल इस मामले की जांच में एनआईए भी जुट चुकी है।
पूरे मामले में फुलवारी शरीफ एएसपी मनीष कुमार ने मीडिया को बताया कि आतंकी गतिविधि में शामिल और भारत को तोड़ने की साजिश रच रहे दो व्यक्ति को गिरफ्तार किया है।इनमें से एक SIMI आतंकी संगठन का पूर्व सदस्य है तो दूसरा झारखंड पुलिस से सेवानिवृत्त सब इंस्पेक्टर है।
पुलिस ने इनके पास से कई विदेशी प्रतिबंधित दस्तावेज भी बरामद किया गया है। इन कागजातों के अनुसार भारत को 2047 तक मुस्लिम देश बनाने की योजना पर काम किया जा रहा था ।मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ‘सूचना मिली थी कि फुलवारी शरीफ के नया टोला स्थित अहमद पैलेस में मोहम्मद जलालुद्दीन जो झारखंड पुलिस से सेवानिवृत्त सब इंस्पेक्टर हैं और अतहर परवेज मिलकर एक संगठन चला रहे हैं।
ये लोग संगठन के माध्यम से समाज के अशिक्षित एवं गुमराह छात्रों को अपने संपर्क में लाकर उन्हें आतंकी गतिविधि की प्रशिक्षण देते थे। कराटे सिखाने के नाम पर छात्रों का ब्रेनवाश करते थे।पुलिस से बचने के लिए इन्होंने पीएसआई एवं एसडीपीआई पार्टी के झंडे तले अपने काम को अंजाम देते थे।अतहर परवेज पूर्व से ही प्रतिबंधित संगठन सिमी का कार्यकर्ता है और आतंकी गतिविधि में इसकी संलिप्तता प्रकाश में आई है। इतना ही नहीं यह भी बताया जा रहा है कि पटना के गांधी मैदान में बम ब्लास्ट में गिरफ्तार आतंकवादियों के लिए बेलर का भी काम उसी ने किया था।
पुलिस इनके पाकिस्तान ,टर्की सहित कई देशों से तार जुड़े होने की जांच भी कर रही है।इस मामले की जांच के लिए ईडी की भी मदद ली जा रही है ताकि इनके फंडिग की जानकारी और उस पर कार्रवाई की जा सके ।वही गुरुवार को एनआईए की टीम भी पूरे मामले के जांच में जुट चुकी है और सूत्रों के मुताबिक एनआईए ने आज फुलवारी शरीफ से एक और संदिग्ध को हिरासत में लिया है।
इस संबंध में एसएसपी मानवजीत सिंह ढिल्लो ने मीडिया को बताया कि इस मामले में 26 लोगो के खिलाफ एफआईआर हुआ है जबकि 3 की गिरफ्तारी हुई है ।
इस संबंध में एडीजी जितेंद्र सिंह ने मीडिया को बताया की मामले की वरीय स्तर पर जांच की जा रही । उन्होंने बताया कि IB, ATS और पटना पुलिस मामले की जांच कर रही उन्होंने कहा की पीएफआई के दोनों सदस्यों के खिलाफ आईपीसी के सुसंगत धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है ।वही पुलिस को कई अहम सुराग मिलने की बात कही जा रही है।
गौरतलब हो कि आतंकी संगठन और ब्लास्ट से जुड़े कई आरोपियों की गिरफ्तारी बिहार के अलग अलग क्षेत्र से पहले ही हो चुकी है।इंडियन मुजाहिदीन सुप्रीमो भटकल की गिरफ्तारी नेपाल से सटे बिहार के सीमावर्ती क्षेत्र से हो चुकी।अहमदाबाद सीरियल विस्फोट और वर्धमान बम ब्लास्ट के आरोपियों की गिरफ्तारी गया से हो चुकी है।वहीं दरभंगा और मधुबनी से भी की आतंकी की गिरफ्तारी हो चुकी है।
पुलिस द्वारा किए गए खुलासे के बाद बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल ने एक समाचार चैनल से बात करते हुए कहा की सीमावर्ती इलाकों में हाल के दिनों में काफी संदिग्ध गतिविधियां बढ़ी है ।उन्होंने पूरे मामले की गहनता पूर्वक जांच और आरोपियों को सख्त सजा देने की मांग की है।