किशनगंज / संवाददाता
जदयू प्रदेश उपाध्यक्ष सह पूर्व विधायक कोचाधामन मुजाहिद आलम ने आज सिंचाई भवन पटना पहुंच कर जल संसाधन विभाग सह परिवहन विभाग के सचिव श्री संजय अग्रवाल से मिलकर महानन्दा बेसिन परियोजना, एएमयू किशनगंज सेंटर में निर्माण कार्य प्रारम्भ करने हेतु एनएमसीजी नई दिल्ली से अनुमति सहित क्षेत्र की कटाव की समस्याओं पर बात की।इस संबंध में बताया गया कि महानन्दा बेसिन परियोजना के तेहत कुल पांच फेजों में सीमांचल की विभिन्न नदियों में कुल 1195.871किलोमीटर तटबंधों का निर्माण कराया जाना है। महानन्दा बेसिन परियोजना फेज -1में महानन्दा नदी के दोनों किनारे कुल 95.40 किलोमीटर तटबंधों का निर्माण कराया गया है।
महानन्दा बेसिन फेज -2के तेहत महानन्दा,नागर एवं रतवा नदी के दोनों किनारे 199.95 किलोमीटर तटबंधों का निर्माण कराया जाना है।जिसका टेंडर प्रक्रिया पूरा हो गया है और अभी भू अर्जन की कारवाई चल रही है। सचिव महोदय ने बताया कि इस साल अक्तूबर -नवमबर तक कार्य प्रारंभ होने की उम्मीद है। उन्होंने आगे बताया कि फेज -2 कार्य शुरू होने के बाद फेज -3 की कारवाई शुरू की जायेगी।
उन्होंने आगे बताया है कि महानन्दा बेसिन परियोजना के पूरा होने के बाद ही सीमांचल इलाके में लोगों को बाढ़ एवं कटाव से छुटकारा मिलेगा। एएमयू किशनगंज सेंटर की जमीन पर निर्माण कार्य प्रारंभ करने के संबंध में उन्होंने बताया कि जल संसाधन विभाग के पत्रांक 745 दिनांक 02-03-2022 के द्वारा एनजीटी द्वारा मांगीं गई सभी सूचनाओं का उत्तर समर्पित किया जा चुका है,और आगे निर्माण कार्य पर से रोक हटने की उम्मीद है।
साथ ही उन्होंने बताया कि अमौर विधानसभा क्षेत्र के तालबारी गांव को कनकई नदी के कटाव से बचाने हेतु जल्द कार्य प्रारंभ किया जायेगा। पिछले साल तालबारी गांव में कनकई नदी के कटाव से सरकारी विद्यालय, आंगनबाड़ी केंद्र, प्रधानमंत्री सड़क सहित कुल 70 परिवारों का घर नदी में विलीन हो गया है। पूर्व पंचायत समिति सदस्य जियाउर रहमान ने इस संबंध में मुख्यमंत्री जनता दरबार में उपस्थित हो कर कटाव निरोधी कार्य प्रारंभ करने की मांग की थी।