देश/डेस्क
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के उत्तर भारत को लेकर दिए गए बयान के बाद कांग्रेस पार्टी के अंदर ही घमासान मच चुका है और पार्टी के नेता उनके बयान की सीधे सीधे आलोचना करने से तो बच रहे हैं लेकिन , इशारों में जरूर राहुल गांधी को नसीहत दे रहे है ।कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने आज कहा कि राहुल गांधी ही अपने बयान पर स्पष्टीकरण दे सकते हैं । दरअसल, राहुल गांधी ने त्रिवेंद्रम में कहा था कि वह 15 सालों तक उत्तर भारत से सांसद थे। इस वजह से उन्हें एक अलग तरीके की राजनीति की आदत हो गई थी। कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने कहा, ”राहुल गांधी ने अपने निजी अनुभवों को साझा किया है, नाकि भारत के किसी हिस्से को लेकर अनादर दिखाया है। किस संदर्भ में उन्होंने यह ऑब्जर्वेशन किया, वह साफ कर सकते हैं ताकि कोई अनुमान या गलतफहमी न रहे।” उन्होंने आगे कहा, ”कांग्रेस ने कभी भी देश का विभाजन नहीं किया। भारत का प्रत्येक भाग समान रूप से महत्वपूर्ण है। उत्तर भारत ने भी बहुत योगदान दिया है।
हमारे पास स्वतंत्रता संग्राम के अग्रणी नेता थे – मोतीलाल नेहरू, जवाहरलाल नेहरू, डॉ. राजेंद्र प्रसाद, गोविंद वल्लभ पंत, लाला लाजपत राय आदि।”आनंद शर्मा ने कहा कि आजादी के बाद पंडित जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी, लाल बहादुर शास्त्री, अटल बिहारी वाजपेयी- जैसे शानदार पीएम रहे हैं। सभी ने उत्तर प्रदेश को रिप्रेजेंट किया। मनमोहन सिंह भी जोकि उत्तर भारत से थे।
इस वजह से कांग्रेस ने कभी भी इस क्षेत्र का अनादर नहीं किया। उन्होंने आगे कहा कि जब अमेठी की बात आती है, तो हम मतदाताओं के आभारी हैं और उनका सम्मान करते हैं। अमेठी से संजय गांधी, राजीव गांधी, कैप्टन सतीश शर्मा, सोनिया गांधी और राहुल गांधी चुने गए। अनादर करने का कोई सवाल ही नहीं है। यह कांग्रेस की विचार धारा नहीं है। हमने अखंड भारत में विश्वास किया है। गौरतलब हो कि सार्वजनिक सभा को संबोधित करते हुए गांधी ने कहा था कि पहले 15 साल मैं उत्तर भारत से सांसद रहा। इसलिए मुझे अलग तरह की राजनीति की आदत हो गई थी। मेरे लिए केरल आना नया अनुभव था क्योंकि मैंने देखा कि लोग मुद्दों में दिलचस्पी रखते हैं, सिर्फ दिखावे के लिए नहीं बल्कि गहनता से उस पर विचार करते हैं।
वहीं आज राहुल गांधी के बयान के बाद गुलाम नबी आजाद के घर पर कांग्रेस के असंतुष्ट नेताओं की बैठक भी हुई है।बैठक में कपिल सिब्बल,आनंद शर्मा मौजूद रहे है ।राहुल गांधी के हालिया बयानों पर अगर गौर करे तो उनके बयानों को हास्यास्पद छोड़ कर और कुछ कहना बेमानी होगा ।क्योंकि जिस तरह से उन्होने बयान दिया है उससे समझा जा सकता है की वो भुल चुके है की कांग्रेस पार्टी उत्तर भारत के मतदाताओं के दम पर ही आज तक सत्ता पर आसीन रही है ।
कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने भी राहुल गांधी को इशारों इशारों में ही नसीहत दी साथ ही उन्होने कहा कि कांग्रेस के कार्यकर्ता और मतदाता बदलाव चाहते है साथ ही श्री सिब्बल ने कहा कि हर राज्य का मतदाता समझदार होता है ।