प्रत्येक महीने के 7 तारीख को आंगनबाड़ी केन्द्रों पर गर्भवती महिलाओं की गोदभराई करायी जाती
गर्भस्थ शिशु की बेहतर स्वास्थ्य की दी गई जानकारी।
कुपोषण के खिलाफ जारी लड़ाई की मजबूती के लिये लोगों को जागरूक करने का हो रहा प्रयास
किशनगंज :जिलेवासियों को पोषण की सही जानकारी देने और उन्हें पोषण के प्रति जागरूक करने के लिए (आईसीडीएस) द्वारा जिले के सभी आंगनवाड़ी केन्द्रों पर प्रत्येक महीने के 7 तारीख को आंगनवाड़ी केन्द्रों पर गर्भवती महिलाओं की गोदभराई करायी जा रही है,इसी क्रम में जिले के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी कविप्रिया पोठिया प्रखंड के आंगनवाड़ी केन्द्र संख्या 232 एवं 239 में कोविड प्रोटोकॉल के साथ स्थानीय सेविका एवं सहायिका के द्वारा स्थानीय गर्भवती महिलाओं की गोद भराई की रस्म पूरी की गई । सात से नौ महीने की गर्भवती महिलाओं की गोदभराई की गयी। गर्भवती महिलाओं को गर्भधारण के आखिरी महीनों में उन्हें सुपोषित करने एवं इस दौरान बेहतर पोषण की जरूरत पर जानकारी देने के लिए जिले में गर्भवती महिला को उपहार के रूप में पोषण की पोटली दी गई।
गर्भवती महिला को उपहार के रूप में पोषण की पोटली दी गई
मंगल गीतों से कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।
गर्भवती महिला को उपहार के रूप में पोषण की पोटली दी गई। जिसमें गुड़, चना, हरी पत्तेदार सब्जियां, आयरन की गोली, पोषाहार व फल आदि शामिल थे। महिलाओं को उपहार स्वरुप पोषण की थाली भेंट की गयी, जिसमें सतरंगी व अनेक प्रकार के पौष्टिक भोज्य पदार्थ शामिल थे। गर्भवती महिलाओं को चुनरी ओढ़ाकर और टीका लगाकर गोद भराई की रस्म पूरी की गई। सभी महिलाओं को अच्छी सेहत के लिए पोषण की आवश्यकता व महत्व के बारे में जानकारी दी गई। जिला कार्यक्रम पदाधिकारी कविप्रिया ने कहा कि बताया कि गर्भावस्था के आखिरी दिनों में बेहतर पोषण की अधिक जरूरत होती है. बेहतर पोषण के आभाव में महिलाओं में खून की कमी हो जाती है| इससे प्रसव के दौरान जटिलताएं बढ़ जाती हैं | उन्होंने बताया कि बेहतर पोषण एक स्वस्थ बच्चे के जन्म में सहायक होने के साथ गर्भवती महिलाओं में मातृ मृत्यु दर में कमी भी लाता है|.
गर्भस्थ शिशु की बेहतर स्वास्थ्य की दी गई जानकारी :
जिले के राष्ट्रीय पोषण अभियान की जिला समन्वयक ने टेढ़ागाछ के केंद्र संख्या 140 गोदभराई कार्यक्रम के दौरान बताया कि गोद भराई रस्म में पोषक क्षेत्र की गर्भवती महिलाओं अन्य महिलाओं ने भाग लिया| सेविकाओं द्वारा गर्भवती महिलाओं के सम्मान में उसे चुनरी ओढ़ा व तिलक लगा कर गर्भस्थ शिशु की बेहतर स्वास्थ्य व्यवस्था के लिए गोद में पोषण संबंधी पुष्टाहार फल सेव, संतरा, बेदाना, दूध,अंडा डाल सेवन करने का तरीका बताया गया|. साथ ही गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को आयरन की गोली खाने की सलाह दी गई | गर्भवती महिला कुछ सावधानी और समय से पुष्टाहार का सेवन करें तो बिना किसी अड़चन के स्वस्थ बच्चे को जन्म दे सकती हैं.
टीकाकरण के महत्व पर हुई चर्चा :
गोदभराई कार्यक्रम में गर्भवती महिलाओं व शिशु को पड़ने वाले टीकाकरण की महत्ता पर भी चर्चा की गई| पोठिया प्रखंड की सी डीपी ओ जीनत यास्मिन ने बताया गर्भवती महिला को पहली बार गर्भ धारण करने पर आंगनबाड़ी केंद्र पर टीके लगवाने चाहिए। जन्म के बाद शिशु का सम्पूर्ण टीकाकरण कराना चाहिए। उन्होंने कहा कि गोदभराई दिवस पर महिलाओं को गर्भावस्था में 4 प्रसव पूर्व जांच करवाने एवं टीकाकरण कार्ड को संभाल कर रखने की सलाह दी गई। टीकाकरण कब और क्यों लगवाया जाता है, गोदभराई दिवस पर आंगनबाड़ी केंद्रों में महिलाओं को विस्तार से इसकी जानकारी दी गई।
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