कोलकाता :वामपंथियों ने नारा दिया- “कांग्रेस कालो हाथ, भेंगे दाओ, गुड़िये दाओ’
ऐसे ही नारों के दम पर वामपंथियों ने तीन दशक तक सत्ता संभाली।जिस हाथ को वो तब काला समझते थे, वो आज सफेद कैसे हो गया -पीएम मोदी

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कोलकाता /डेस्क

अब हर तरफ एक ही नारा है टीएमसी का खेला खत्म ,खेला शेष – पीएम मोदी

दीदी स्कूटी से गिरती जिस राज्य में स्कूटी बना था उस राज्य से दुश्मनी कर लेती -पीएम मोदी

कोलकाता के ब्रिगेड मैदान में जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने सीपीएम कांग्रेस गठबंधन पर जम कर निशाना साधा और कहा कि आजादी के नारे पर कांग्रेस सत्ता में आई थी।आजादी के बाद कुछ समय काम हुआ, लेकिन फिर बंगाल पर वोटबैंक की राजनीति हावी होती चली गई।
इस राजनीति को वामपंथियों ने और बढ़ाया और नारा दिया- 
“कांग्रेसेर कालो हाथ, भेंगे दाओ, गुड़िये दाओ!ऐसे ही नारों के दम पर वामपंथी सत्ता में आए, लगभग तीन दशक तक सत्ता संभाली।आज उस काले हाथ का क्या हुआ?


जिस हाथ को वामपंथी तब काला समझते थे, वो आज सफेद कैसे हो गया?पीएम ने कहा कि जिस हाथ को तोड़ने की बात करते थे, आज उसी का आशीर्वाद लेकर वो चल रहे हैं।वामपंथियों के विरुद्ध ममता दीदी ने पोरिवर्तन का नारा दिया था।पीएम ने कहा पश्चिम बंगाल से मां, माटी, मानुष के लिए काम करने का वादा किया था।उन्होंने कहा कि पिछले 10 साल से यहां TMC की सरकार है, क्या सामान्य बंगाली परिवार के जीवन में वो परिवर्तन आया जिसकी उसे अपेक्षा थी?आज बंगाल में मां, माटी, मानुष की क्या स्थिति है, ये आप भलीभांति जानते हैं।मां पर गली-गली में हमले होते हैं, घर में घुसकर हमले होते हैं।पीएम ने कहा अभी हाल में जो 80 साल की बूढ़ी मां के साथ हुआ है, जो निर्ममता दिखाई गई है, उसने इन लोगों का क्रूर चेहरा, पूरे भारत को दिखा दिया है।

पीएम ने कहा वामपंथियों ने नारा दिया- 
“कांग्रेस कालो हाथ, भेंगे दाओ, गुड़िये दाओ’
ऐसे ही नारों के दम पर वामपंथियों ने तीन दशक तक सत्ता संभाली।जिस हाथ को वो तब काला समझते थे, वो आज सफेद कैसे हो गया?जिस हाथ को तोड़ने की बात करते थे, आज उसी का आशीर्वाद लेकर वो चल रहे हैं। बंगाल का मानुष परेशान है, वो अपनी आंखों के सामने अपनों का खून बहता देखता हैवो अपनों को अपनी आंखों के सामने लुटते हुए देखता है।पीएम ने कहा वो अपनों को इलाज के अभाव में दम तोड़ते हुए देखता है ।

पीएम ने कहा अवसरों के अभाव में अपनों को पलायन करते देख रहा है।बंगाल अब एक स्वर में कह रहा है- आर नॉय औन्नॉय। बीते 10 साल में बंगाल की शायद ही कोई मां-बेटी है जो किसी न किसी अत्याचार के कारण रोई न हो।उन्होंने कहा कि कोई सवाल न उठा सके इसलिए ये आंकड़े भी छिपा कर बैठ गए हैं।माटी की बात करने वाले बंगाल का कण-कण, बंगाल का तिनका-तिनका बिचौलियों, कालाबाजारी करने वालों और सिंडेकेट के हवाले कर दिया।दीदी आज पश्चिम बंगाल के नौजवान, यहां के बेटे-बेटियां आपसे एक ही सवाल पूछ रहे हैं।

पीएम ने कहा कि उन्होंने आपको दीदी की भूमिका में चुना था। लेकिन आपने खुद को एक ही भतीजे की बुआ तक सीमित क्यों कर दिया?आपने एक ही भतीजे की बुआ होने के मोह को क्यों चुना?बंगाल के लाखों भतीजे-भतीजियों की आशाओं के बजाय आप अपने भतीजे का लालच पूरा करने में क्यों लग गईं?आप भी भाई-भतीजावाद के उन कांग्रेसी संस्कारों को छोड़ नहीं पाईं, जिनके खिलाफ आपने बगावत की थी।दीदी, आप बंगाल की ही नहीं आप तो भारत की बेटी हैं!पीएम ने कहा कुछ दिन पहले जब आपने स्कूटी संभाली, तो सभी प्रार्थना कर रहे थे कि आप सकुशल रहें!

अच्छा हुआ आप गिरी नहीं, नहीं तो जिस राज्य में वो स्कूटी बनी है, उस राज्य को ही अपना दुश्मन बना लेतीं।जब आपकी स्कूटी भवानीपुर जाने की बजाय नंदीग्राम की तरफ मुड़ गई।दीदी, हम तो हर किसी का भला चाहते हैं, हम नहीं चाहते किसी को चोट आए।लेकिन जब स्कूटी ने नंदीग्राम में  ही गिरना तय किया, तो हम क्या करें।ये संयोग ही है कि अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस से एक दिन पहले मैं बंगाल की उस धरती पर हूं।जिसने मां शारदा देवी, मातंगिनी हाजरा, रानी राशमोनी, प्रीतिलता वादेदार, सरला देवी चौधरानी, कामिनी राय जैसी अनेक बेटियां भारत को दीं।

कोलकाता :वामपंथियों ने नारा दिया- “कांग्रेस कालो हाथ, भेंगे दाओ, गुड़िये दाओ’
ऐसे ही नारों के दम पर वामपंथियों ने तीन दशक तक सत्ता संभाली।जिस हाथ को वो तब काला समझते थे, वो आज सफेद कैसे हो गया -पीएम मोदी

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