देश/डेस्क
पीएम नरेंद्र मोदी ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए भारत-जापान संवाद सम्मेलन को संबोधित किया ।इस मौके पर उन्होंने कहा कि
ऐतिहासिक रूप से बुद्ध के संदेशों की रोशनी भारत से दुनिया के कई हिस्सों में फैली। हालांकि ये रोशनी स्थिर नहीं रही, सदियों से हर नए स्थान जहां बुद्ध के विचार पहुंचे वो विकसित होते रहे ।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा आज मैं पारंपरिक बौद्ध साहित्य और शास्त्रों के एक पुस्तकालय का निर्माण प्रस्तावित करना चाहूंगा। हमें भारत में इस तरह की फैसिलिटी बनाने में खुशी होगी और हम इसके लिए उपयुक्त संसाधन उपलब्ध कराएंगे ।पीएम मोदी ने कहा कि यह दशक उन समाजों का होगा जो एक साथ सीखने और नवाचार करने के लिए एक प्रीमियम रखते हैं।
यह उज्ज्वल युवा दिमागों के पोषण के बारे में होगा जो आने वाले समय में मानवता के लिए मूल्यों को जोड़ देगा।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दोनों देशों के बीच ना सिर्फ सांस्कृतिक बल्कि आर्थिक और सामाजिक मजबूती पर बल दिया साथ ही मैत्री संबंधो को और प्रगाढ़ करने की बात कही है ।बता दे कि पीएम मोदी 6 वे भारत जापान सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे जिसकी जानकारी उन्होंने स्वयं ट्वीट कर दी थी ।