किशनगंज/पोठिया/राज कुमार
अर्राबाड़ी स्थित डॉ. कलाम कृषि महाविद्यालय, किशनगंज का 10वां स्थापना दिवस सोमवार को धूमधाम और गरिमामय माहौल में मनाया गया। प्राचार्य डॉ. के. सत्यनारायण, सभी वैज्ञानिक, कर्मचारी और छात्र-छात्राएँ इस मौके पर मौजूद रहे।
स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में महाविद्यालय में पिछले एक सप्ताह से “फाउंडेशन वीक” मनाया जा रहा था। इसके तहत पेंटिंग प्रतियोगिता, वृक्षारोपण, वाद-विवाद, प्लास्टिक मुक्त परिसर अभियान, स्वच्छता संकल्प और विविध सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।
महाविद्यालय परिसर आज पाँच प्रमुख शैक्षणिक और शोध संस्थानों का केंद्र बन चुका है जो क्रमशः डॉ. कलाम कृषि महाविद्यालय, मत्स्यिकी महाविद्यालय, पशुपालन विज्ञान महाविद्यालय, एडवांस रिसर्च सेंटर ऑन सेरीकल्चर और हार्टिकल्चर रिसर्च सेंटर। पिछले वर्ष बिहार कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. डी.आर. सिंह ने यहाँ स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम की शुरुआत की थी, जिससे उच्च शिक्षा के क्षेत्र में एक नया आयाम जुड़ा।
प्राचार्य डॉ. के. सत्यनारायण ने केक काटकर स्थापना दिवस की शुभकामनाएँ दीं और छात्रों व वैज्ञानिकों से आह्वान किया कि वे श्रेष्ठ शैक्षणिक और शोध वातावरण बनाकर महाविद्यालय को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाएँ।
मीडिया प्रभारी डॉ. मोहम्मद शमीम ने बताया कि इस महाविद्यालय की स्थापना 10 अगस्त 2015 को बिहार के तत्कालीन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किशनगंज को एक महत्वपूर्ण शैक्षणिक सौगात के रूप में की थी।
समारोह के सफल आयोजन में सांस्कृतिक एवं एनएसएस इकाई की प्रभारी डॉ. कुमारी रश्मि, डॉ. मुकुल कुमार, डॉ. लव कुमार, डॉ. आरती शर्मा, डॉ. सागरिका भौमिक, डॉ. श्वेता कुमारी समेत सभी वैज्ञानिकों और छात्र-छात्राओं का योगदान रहा। कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन डॉ. श्वेता कुमारी ने किया।