सीमांचल के गांव गांव में शिक्षा का अलख जगाना ही हमारा उद्देश्य है – डॉ अखिलेश कुमार

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किशनगंज /विजय कुमार साह

अररिया , पूर्णियां और किशनगंज के बॉर्डर पर अवस्थित सुदूर ग्रामीण इलाके ( खुशहालपुर , बैसा प्रखंड ) में सेवानिवृत्त शिक्षक श्री हाफिज अनवर के नेतृत्व में ‘मसीहा फॉर ह्यू मेनिटी ‘ संस्था द्वारा आयोजित शैक्षणिक कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करने वाले पटना साइंस कॉलेज के प्राध्यापक सह पूर्व डीएसपी डॉ अखिलेश का कहना है यह इलाका बिहार में शैक्षणिक रूप से अत्यधिक पिछड़े इलाकों में से एक है और जब उन्हें 2 – 3 माह पूर्व यहां आने का निमंत्रण मिला तो उन्होंने इसे सहर्ष स्वीकार किया ।

उनका कहना है कि जब कभी उन्हें ऐसे सुदूर ग्रामीण इलाकों में शिक्षा के प्रचार प्रसार हेतु जाने का सौभाग्य प्राप्त होता है तो यह उन्हें हमेशा बेहद आत्म संतुष्टि प्रदान करता है और यही इच्छा होती है कि ऐसे अवसर सतत् मिलता रहे । पूरे कार्यक्रम के दरमियान उन्होंने वहां उपस्थित ग्रामीणों और बच्चों को शिक्षा की महत्ता और शक्ति के बारे में विस्तार से बताया और बल देकर कहा कि शिक्षा ही समस्त विकास का द्वार और समस्याओं का समाधान है ।


विदित हो कि सीमांचल शैक्षणिक रूप से अत्यधिक पिछड़ा इलाका है और यहां के बच्चों को उचित मार्गदर्शन का घोर अभाव रहता है । ऐसे में डॉ अखिलेश जैसे अनुभवी व विद्वान लोगों द्वारा इस तरह का मुहिम चलाया जाना इन सुविधाविहीन बच्चों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है ।

उन्होंने अपना मोबाइल नंबर सार्वजनिक रूप से साझा करते हुए बच्चों और उनके अभिभावकों से वादा भी किया कि वे इनके हर संभव मार्गदर्शन को सदैव सहज उपलब्ध रहेंगे । आगे डॉ अखिलेश ने जोर देकर कहा कि उनका सपना है कि सीमांचल इलाके के घर घर में शिक्षा का दीपक जले और इसके लिए उन्हें जो भी करना होगा वे करेंगे । उपस्थित ग्रामीणों और छात्रों के उन्मुक्त कंठ से कार्यक्रम की सराहना करते हुए बताया कि इस कार्यक्रम में आने से उन्हें बहुत लाभ हुआ और शिक्षा की महत्ता को व्यावहारिक स्तर पर समझने में भी सहायता मिली जिसका लाभ वे आने वाले समय में उठा सकेंगे ।

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सीमांचल के गांव गांव में शिक्षा का अलख जगाना ही हमारा उद्देश्य है – डॉ अखिलेश कुमार

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