खोरीबाड़ी /चंदन मंडल
गुरुवार को पूरे राज्य भर में आठवीं, नौवीं, 10वीं, 11वीं व 12वीं कक्षाओं तक के विद्यार्थियों के लिए स्कूल खुल गए हैं। साथ ही विश्वविद्यालय, कॉलेज, पॉलिटेक्निक व आईटीआई भी खुल गए हैं।स्कूल खुलने के बाद खोरीबाड़ी जेआर हिंदी हाई स्कूल में विद्यार्थी पूरे जोश व उत्साह के साथ स्कूल पहुंचे। कोरोना सुरक्षा प्रोटोकाल के तहत कोविड नियमों को मानते व शारीरिक दूरी बरतते हुए एवं थर्मल गन से तापमान जांच करने के बाद ही विद्यार्थियों को स्कूल में प्रवेश करने और कक्षाओं में बैठने दिया गया। एक बेंच पर दो , तीन ही विद्यार्थी बैठे नजर आए। हालांकि खोरीबाड़ी जेआर हिंदी हाई स्कूल में पहले दिन स्कूल खुलने से छात्र-छात्राओं की संख्या दस फीसदी तक रही ।स्कूल खुलने पर विद्यार्थी खुश नजर आए। खोरीबाड़ी जेआर हिंदी हाई स्कूल के एक 11 वीं कक्षा की छात्रा शिल्ली उरांव ने कहा कि स्कूल में आना अच्छा लग रहा है। लगभग एक साल घर पर रह कर हम लोग
पूरी तरह ऊब चुके थे। वैसे ऑनलाईन कक्षाएं तो चल रही थीं लेकिन सब कुछ ऑलाईन ही हो पाना संभव नहीं है।अब फाइनल परीक्षा भी नजदीक आ गई है। स्कूल खुल जाने से हमलोग परीक्षा की तैयारी अच्छे डी कर पाएंगे और सुविधा भी रहेगा। वहीं, छात्रा पायल सिंह ने कहा कि स्कूल खुलने से हमारी बोर्ड परीक्षा की चिंता एकदम दूर हो गई है। अब हम सभी विषय का भी कुछ अध्ययन कर पाएंगे जो कि बोर्ड परीक्षा के लिए बहुत अच्छा होगा। अभिभावकों ने भी स्कूल खुलने को लेकर खुशी व्यक्त की। छात्रा टुम्पा सिंह, राधिका सिंह आदि ने कहा कि काफी दिनों से हमलोग स्कूल खुलने का इंतजार कर रहे थे। आज फिर से स्कूल खुल गए हैं । हमें बहुत अच्छा लग रहा है। आज स्कूल आने एवं पढ़ाई होने से बहुत खुशी मिली।

इस संबंध में खोरीबाड़ी जेआर हिंदी हाई स्कूल के प्रधानाध्यापिका डॉक्टर ममता सिंह ने बताया कि स्कूल बंद रहने से बच्चों के बिना स्कूल मानो तो शरीर था लेकिन जान नहीं था। बच्चों हैं विद्यालय फिर से जीवंत हो उठा है । बच्चें समेत सभी कर्मचारी भी काफी उत्साहित हैं।उन्होंने कहा उम्मीद करती हूं कि कोरोना के कारण अब स्कूल बंद नहीं होगा। लेकिन फिर भी जान है तो जहान है।क्योंकि जान रहेगा तभी शिक्षा ग्रहण कर पाएंगे। उन्होंने कहा कोविड -19 (कोरोना वायरस) प्रोटोकॉल का ध्यान रखा जा रहा है। कोरोना वायरस को लेकर सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देश हैं उनका पूर्ण रूप से अनुपालन किया जाएगा। उन्होंने कहा विद्यार्थी को कोरोना से अपना बचाव, सावधानी, कोरोना जांच आदि की जानकारी दी गई है।
स्कूल खुलने से विद्यार्थियों में काफी उत्साह देखा गया। विद्यार्थियों ने आनलाइन पढ़ाई के बदले ऑफलाइन यानी स्कूल में आकर पढ़ाई करना बेहतर बताया है। मालूम हो कि कोविड-19 (कोरोना महामारी ) के चलते स्कूल-कॉलेज व अन्य शिक्षण संस्थान बीते मार्च 2020 से लगातार बंद चल रहे थे। इसके बाद बीते 16 नवंबर 2021से स्कूल खुले भी तो फिर कोरोना की तीसरी लहर व ओमिक्रोन के खतरे को देखते हुए दो जनवरी से फिर बंद कर दिए गए। उसके विरुद्ध जगह-जगह प्रदर्शन होने लगे। अब जा कर शिक्षण संस्थान फिर गुरुवार तीन फरवरी से सरकार ने आठवीं कक्षा से लेकर स्कूलों व कॉलेजों को खोलने का निर्णय लिया।
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