कैमूर/भभुआ(ब्रजेश दुबे):
हम पार्टी के मुखिया व पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने ब्राह्मणों को लेकर दिए विवादित बयान पर सियासत नहीं थम रही है.मांझी द्वारा दिए गए बयान के खिलाफ जिले मे बवाल जारी है. वहीं,आज मांझी के खिलाफ श्री राष्ट्रीय परशुराम सेना युवा वाहिनी के तत्वावधान में भी लोगो ने सड़क पर उतर कर आक्रोश मार्च निकाल कर जिला मुख्यालय के एकता चौक पर जीतन राम मांझी का पुतला दहन किया।
मिल रही जानकारी के अनुसार, भभुआ में आज गुरुवार को जीतनराम मांझी के खिलाफ दूसरी बार ब्राह्मणों द्वारा पुतला दहन कर आक्रोश मार्च निकाला गया ।महावीर स्थान से एकता चौक तक समाज के लोगो ने आक्रोश मार्च निकालकर एनडीए से माझी को बाहर निकालो नारा देते हुए लोग आगे बढ़े।

ब्राह्मण समाज के साथ-साथ विभिन्न संगठनों के लोगों ने प्रतिरोध मार्च में हिस्सा लिया . प्रतिरोध मार्च में शामिल लोग जीतन राम मांझी को एनडीए से बाहर कर उन्हें गिरफ्तार करने की मांग भी सरकार से कर रहे थे. बता दें कि बीजेपी किसान मोर्चा के जिला अध्यक्ष विमलेश पांडे के अलावे विशंभर तिवारी, विनोद तिवारी (संगठन संरक्षक) उत्तम पटेल अभय पांडे, मनीष सिंह, रजनीकांत तिवारी, ट्विंकल तिवारी, अमित पांडे, अमित पाठक, बैरिस्टर मिश्रा, अनिल दुबे, विमलेश सिंह, राहुल तिवारी,आदि कई एनडीए तथा कांग्रेश ,राजद के अलावे अन्य पार्टी के लोगों ने कहां की जीतनराम मांझी को यह नहीं समझ में आ रहा है कि माता शबरी बरसो तपस्या कर भगवान श्री राम के दर्शन कर अपने जीवन को धन्य की।लोगो ने कहा वो पागल हो गए है , रांची पागल खाने में भर्ती कराने की जरूरत है साथ ही कहा ऐसे लोगको ब्राह्मण समाज कभी माफ नहीं करेगा। आक्रोशित लोगों ने कहा कि हमारे सभी ब्राह्मण समाज के ऊपर गलत टिप्पणी किया है. वहीं कुछ लोगों ने यह भी कहा कि माझी के ऊपर व्यक्तिगत टिप्पणी गजेंद्र झा ने की थी, न की किसी जाति के ऊपर तो उन्हें भाजपा ने पार्टी से बाहर निकाल दिया है। अगर उसी तरह भाजपा एनडीए से माझी को बाहर अगर नहीं निकालती है तो भाजपा को इसका खामियाजा उत्तर प्रदेश के अगले विधानसभा चुनाव भुगतने को तैयार रहना चाहिए।

दूसरी ओर, जीतनराम मांझी के खिलाफ भभुआ में ब्राह्मण समाज का गुस्सा कम नहीं हो रहा है. मांझी के बयान से आहत ब्राह्मण समाज के लोग आज शहर स्थित एकता चौक पर माझी का पुतला दहन किया।
इस मौके पर पहुंचे हिंदूवादी जिला अध्यक्ष उत्तम पटेल ने कहा कि मांझी का बयान जाति को तोड़ने वाला है. उनके बयान का हम निंदा करते हैं.
इधर, बयानबाजी और हंगामे को लेकर जिले ही नहीं बल्कि प्रदेश के सभी ब्राह्मणों में फिलहाल उबाल पैदा है ।मालूम हो कि पिछले सप्ताह मांझी ने ब्राह्मणों को लेकर विवादित बयान दिया था. हालांकि उन्होंन इसे लेकर सफाई भी दी, लेकिन यह मामला लगातार तूल पकड़ता देखा जा रहा है.
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