बिहार : जातीय आधार पर जनगणना के लिए केंद्र को प्रस्‍ताव भेजेगी सरकार -सीएम नीतीश कुमार

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पटना /संजीव तिवारी

बिहार सीएम नीतीश कुमार ने बुधवार को जद यू कार्यालय परिसर में पत्रकारों से बातचीत के दौरान अलग अलग मुद्दों पर अपनी बात रखी। पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि केंद्र में भी बिहार का आरक्षण फार्मूला लागू होना चाहिए साथ ही जातीय आधारित जनगणना पर केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजने की बात कही है । बजट का पूरा शेषन प्रकाशित हो चुका है और फूल बजट सेशन जो पूर्व में हुआ करता था वैसे ही होगा और कोरोना में जिस तरह से लोगों का जांच और इलाज हुआ उससे बिहार की स्थिति में बहुत सुधार हुआ है लेकिन फिर भी आगे की स्थिति को लेकर लोगों को सचेत रहना है और अभी टीकाकरण भी शुरू हुआ है दूसरे खंड का अभी चल रहा है और इसके बाद 50 साल से अधिक उम्र वाले लोग और उससे कम उम्र के लोग जो गंभीर बीमारी से ग्रस्त है उनका टीकाकरण कराया जाएगा और ये टीकाकरण के लिए वैक्सीन दूसरे जगहों पर भी भेजा गया है और इसका लाभ भी लोगों को मिल रहा है और इससे लोग सुरक्षित होंगे कोरोना का प्रभाव से मुक्त होंगे और इसी को ध्यान में रखकर सबकुछ किया जा रहा है और वैसी स्थिति में बजट का पूरा सत्र रखना है और जिस प्रकार से पहले सत्र की कार्यवाही होती थी उसी प्रकार इसबार भी कार्यवाही होगी, सभी लोगों को सावधान रहने के लिए कहा जा रहा है, सभी लोग मास्क लगा कर रहे और खुद सचेत रहे और हमलोग को पूरी उम्मीद है किसी प्रकार की समस्या नही आनी चाहिए, सभी लोग सचेत रहेंगे।






सीएम नीतीश कुमार ने आरक्षण को लेकर कहा कि हमे ये जानकारी नही की ऐसी कोई बहस छिड़ी हुई है की जिन्हें एकबार आरक्षण का लाभ मिला है उन्हें दुबारा नही मिलेगा,यहां पर तो जो नियम है बहुत पहले से लागू है उसमें ऐसी बात नही और केंद्र का नियम भी बहुत पहले से लागू है तो आर्थिक आधार पर जो लोग हैं चाहे वो पिछड़ा हो या अन्य वैसे लोग के लिए भी आरक्षण का प्रावधान किया गया है तो ऐसा नहीं है कि जो प्रावधान है वो नही चलेगा, सीएम ने कहा आरक्षण के प्रावधान में यदि कोई परिवर्तन की बात हो जैसे यहां पिछड़े वर्ग के लिए जो आरक्षण है उसमें पिछड़ा वर्ग और अतिपिछड़ा वर्ग दो अलग किया हुआ है और ये जननायक कर्पूरी ठाकुर की सरकार ने किया था और वो चल रहा है और हम चाहते हैं कि ये केंद्र में भी हो जाये हालांकि केंद्र में सिर्फ एक है और आरक्षण का लाभ यदि विभिन्न प्रकार से मिल रहा है तो ये अच्छा है और उसपर कोई चर्चा चल रहा है तो ये अलग बात है पर किसी को वंचित करने का कार्य नही हो सकता।






वहीं सीएम ने चंदन सिंह के मुलाकात को लेकर कहा की हम मुख्यमंत्री हैं तो हमारे पास किसी भी दल के एमएलए या एमएलसी लोकसभा सदस्य या राज्यसभा के सदस्य हमसे मिल सकते हैं और जो भी मिलना चाहते हैं हम उन्हें समय देते हैं तो वो आये थे मिलने अपने क्षेत्र की समस्या को लेकर और कन्हैया कुमार तो अशोक चौधरी से पहले हमसे भी मिले हैं और उनके अलावा उनके पार्टी के एमएलए भी हमसे मिले हैं तो जो लोग हैं वो मिल सकते हैं वो हमसे अपने क्षेत्र के समस्या को लेकर आते हैं कोई राजनीतिक बात नही हुई है।

जातीय आधार पर जनगणना पर सहमति व्यक्त करते हुए कहा कि हम चाहते हैं कि ये हो और केवल हम नही कह रहे विधान सभा और विधान परिषद में कई बार इसे स्वीकृत करा कर केंद्र को भेजा है कि एकबार ऐसा होना चाहिए और हमने दो बार केंद्र सरकार को भेजा है क्योंकि जातिय आधारित जनगणना एकबार करनी ही चाहिए, पहले होता था पर आजादी के पूर्व से ही बंद हो गया। लेकिन ऐसा होने से एक एक चीज की सही जानकारी मिल जाएगी कि किस जाति के कितने लोग हैं और तब इन सभी चीज़ो पर निर्णय लेना बेहतर होगा।






बिहार : जातीय आधार पर जनगणना के लिए केंद्र को प्रस्‍ताव भेजेगी सरकार -सीएम नीतीश कुमार

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