किशनगंज/दिघलबैंक/मो अजमल
कोढोबाड़ी थाना क्षेत्र के एक गांव में चाइल्ड हेल्पलाइन 1098 की त्वरित कार्रवाई से दो नाबालिगों की शादी होने से बच गई। सूचना मिलते ही बाल विवाह निषेध पदाधिकारी और जिला बाल संरक्षण इकाई ने संयुक्त टीम गठित कर मौके पर पहुंचकर शादी की तैयारियां रोक दीं।
जानकारी के अनुसार, सहायक निदेशक रवि शंकर तिवारी के निर्देश पर बनी टीम में चाइल्ड हेल्पलाइन के परियोजना समन्वयक मनोज कुमार सिंह, सुपरवाइजर अब्दुल कयूम और केश्वरकर कुंदन कुमार शामिल थे। जांच में पाया गया कि दोनों बच्चों की उम्र कानूनी सीमा से कम है।
टीम ने परिजनों से शपथ पत्र भरवाकर आश्वासन लिया कि बच्चों को 13 अगस्त 2025 को बाल कल्याण समिति के सामने पेश किया जाएगा। इस दौरान परिजनों और ग्रामीणों को बाल विवाह के दुष्परिणामों के बारे में जागरूक किया गया, जिसमें बच्चों के स्वास्थ्य पर असर, शिक्षा में बाधा और कानूनी सजा जैसे पहलू शामिल थे।
इस कार्रवाई में स्थानीय पुलिस, जनप्रतिनिधि और चाइल्ड लाइन की टीम मौजूद रही। अधिकारियों ने साफ कहा कि नाबालिगों की शादी कराना कानूनन अपराध है और भविष्य में ऐसी घटनाओं पर सख्त कार्रवाई होगी।