टेढ़ागाछ/किशनगंज/मनोज कुमार
टेढागाछ प्रखंड क्षेत्र के खानियांबाद पंचायत स्थित सीमा सड़क किनारे बने मनरेगा भवन निर्माणधीन है। लेकिन सीमा सड़क के संवेदक द्वारा अवैध रूप से कब्जा कर लिया गया है।स्थानीय ग्रामीणों ने बताया विगत दो वर्षों से मनरेगा भवन में सड़क ठेकेदार का कर्मचारी अवैध रूप से रह रहा है। जिसके कारण पंचायत से जुड़े कार्य में बाधा उत्पन्न हो रही है। गौरतलब हो कि मनरेगा योजना के तहत लाखों रुपया खर्च कर मनरेगा भवन बनाया गया है।
ताकि गरीब मजदूर जॉब कार्ड धारी का कार्य मनरेगा भवन में हो सके। लेकिन विभागीय लापरवाही एवं अनदेखी रख रखाव के चलते संवेदक के लोगों ने इसे अतिक्रमण कर लिया है। आलम यह है कि मनरेगा भवन परिसर में बालू, गिट्टी, लोहा, सीमेंट, ट्रैक्टर, पुल बनाने का अन्य सामग्री के साथ रहने का ठिकाना बना लिया गया है, जहां मनरेगा भवन के सामने हमेशा बाँस- बल्ली, ईट, गिट्टी, सेटरिंग का समान रखने का ठिकाना बना दिया गया है।
हालांकि इससे पूर्व स्थानीय पंचायत के जनप्रतिनिधि व ग्रामीणों ने बताया बार- बार संवेदक को भवन खाली करने का आग्रह किया गया, लेकिन लंबे समय तक रहने के बाद भी अतिक्रमणकारियों पर कोई असर नहीं हो रहा है।दो वर्षों से मनरेगा भवन पर अवैध रूप से संवेदक का कब्जा है। वहीं पंचायत के संबंधित मुखिया,रोजगार सेवक,कार्यक्रम पदाधिकारी कुंभकरणी निद्रा में हैं। इससे किसीको कोई सरोकार नहीं है।इस संबंध में बीडीओ गनौर पासवान से पूछने पर उन्होंने जांच करने की बात कही है।मनरेगा के कार्यक्रम पदाधिकारी अलेन्दु कुमार ने बताया जाँच के बाद खाली कराने की कार्रवाई की जाएगी। इधर अंचल अधिकारी अजय चौधरी से पूछने पर उन्होंने बताया कि इसके बारे हमें कोई सूचना नहीं है। संज्ञान में आने के बाद मनरेगा भवन अतिक्रमण मुक्त किया जाएगा।