परिजनों का रो रोकर बुरा हाल
किशनगंज /सागर चन्द्रा
झाड़फूंक के चक्कर में पड़ जाने से एक सर्पदंश पीड़ित बच्चे की मौत हो गई। चिकित्सक और कर्मियों के अथक प्रयास के बाद भी शनिवार को पीड़ित बच्चे ने दम तोड़ दिया। घटना के बाद रोते बिलखते परिजन शव को साथ लेकर घर वापस लौट गए। जानकारी के अनुसार बंगाल के केनाल गांव निवासी चार वर्षीय सदक पिता रब्बानी शुक्रवार देर रात सर्पदंश का शिकार हो गया था।
घटना के बाद परिजन उसे पास के तांत्रिक के पास ले गये। वहीं तांत्रिक भी सांप के जहर उतारने का ढ़ोग कर तरह तरह के स्वांग रचाने लगा। काफी देर तक ढ़ोग करने के कारण सदक के शरीर में सांप का जहर फैलने लगा।
उसकी लगातार बिगड़ती स्थिति को देख कर तांत्रिक ने अपना हाथ खड़ा कर दिया। घटना से हैरान और परेशान परिजन सदक को लेकर सदर अस्पताल पहुंचे। जहां डयूटी पर तैनात चिकित्सक और कर्मी उसे जीवनदान देने के प्रयास में जुट गए। लगातार 27 वाइल विषरोधी दवा दिये जाने के बाद भी उसे बचाया नहीं जा सका। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।