किशनगंज :जेडीयू किसान प्रकोष्ठ की समीक्षा बैठक आयोजित, नेताओं ने मोदी सरकार को बताया किसान विरोधी 

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किशनगंज /प्रतिनिधि

किशनगंज जिला जदयू किसान प्रकोष्ठ की समीक्षा बैठक जदयू किसान प्रकोष्ठ जिलाध्यक्ष नूर इस्लाम नूरी की अध्यक्षता में बुधवार को कबीर सदन सभागार

में आयोजित की गई। बैठक में मुख्य अतिथि के रूप में जदयू किसान प्रकोष्ठ प्रदेश अध्यक्ष मनोज कुमार, जदयू प्रदेश उपाध्यक्ष सह पूर्व विधायक कोचाधामन मुजाहिद आलम, जदयू किसान प्रकोष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष सुशील कुमार सिंह मौजूद रहे। 

कार्यक्रम में मंच संचालन जदयू जिला उपाध्यक्ष नजामुद्दीन ने किया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में जदयू पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। कार्यक्रम को पूर्व जिला अध्यक्ष प्रो बुलंद अख्तर हाशमी, जदयू अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ जिलाध्यक्ष बलराम दास, जदयू महिला प्रकोष्ठ जिलाध्यक्ष श्रीमती जानकी सिनहा, जदयू प्रखंड अध्यक्ष दानिश एकबाल, जदयू जिला प्रवक्ता कमाल अंजुम, जदयू राज्य परिषद सदस्य अजीत चौबे, जदयू जिला सचिव तनवीर अली, जदयू किसान प्रकोष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष सुशील कुमार सिंह, जदयू प्रदेश उपाध्यक्ष सह पूर्व विधायक कोचाधामन मुजाहिद आलम, जदयू किसान प्रकोष्ठ प्रदेश अध्यक्ष मनोज कुमार ने संबंधित किया।

वही धन्यवाद ज्ञापन जदयू किसान प्रकोष्ठ जिलाध्यक्ष नूर इस्लाम नूरी ने किया। जदयू प्रदेश उपाध्यक्ष सह पूर्व विधायक कोचाधामन मुजाहिद आलम ने अपने संबोधन मे मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार द्वारा किसानों के लिए किए जा रहे कार्यों पर विस्तृत चर्चा की। जदयू प्रदेश उपाध्यक्ष सह पूर्व विधायक कोचाधामन मुजाहिद आलम ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार द्वारा किसानों की बेहतरी के लिए कृषि रोड मैप की शुरुआत की गई है।अभी तीसरा कृषि रोड मैप के तेहत बिहार सरकार द्वारा किसानों को खाद बीज,कृषि यंत्र सब्सिडी के तेहत उपलब्ध कराया जा रहा है। 

 मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने किशनगंज जिले में एक हजार करोड़ की लागत से डा कलाम कृषि कालेज खोलने का एतिहासिक कार्य किया है, जहां कृषि के साथ साथ पशुपालन एवं मत्स्य पालन की पढ़ाई होती है। वहीं केन्द्र की मोदी सरकार ने किसान विरोधी क़ृषि कानून लाने का काम किया। जिसके विरोध में देश के किसान एक साल तक धरने पर बैठे रहे जिसमें लगभग 750 किसान शहीद हुए।

 किसानों के विरोध को देखते हुए कृषि कानून तो वापस ले लिया परन्तु किसानों की मुख्य मांग न्यून्तम समर्थन मूल्य को कानूनी मान्यता देने की मांग को आज तक नहीं माना गया है।जबकि नरेंद्र मोदी ने किसानों की आमदनी दो गुना करने का झूठा वादा किया था। परन्तु आज तक किसानों के लिए इस संबंध में कोई कारगर कदम नहीं उठाया गया है।मोदी सरकार के कथनी और करनी में बहुत अंतर है।

 वहीं किसान प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष मनोज कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि बिहार एक कृषि प्रधान राज्य है,जबतक राज्य किसान आगे नहीं बढ़ेगा तब तक राज्य तरक्की नहीं कर सकता है। साथ ही पार्टी पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं को संगठन को और मजबूत करने के टिप्स दिए। आगे उन्होंने कहा कि अभी से सभी कार्यकर्ता 2024 के लिए लग जाएं।मुख्य अतिथि मनोज कुमार , प्रदेश उपाध्यक्ष किसान प्रकोष्ठ पूर्णियां जिला सुनील कुमार सिंह, प्रोफेसर बुलंद अख्तर हाशमी, नजामुद्दीन, जदयू अल्पसंख्यक के उपाध्यक्ष आमीन मिन्हाज, प्रदेश महासचिव साजिद अकरम,  प्रदेश महासचिव अति पिछड़ा नूर मोहम्मद, डा नजीरूल इस्लाम, जियाउर रहमान, अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ बलराम दास, जानकी सिनहा, पूर्व मुखिया आरिफ अनवर, कलाम अंजुम, इन्जिनियर मसूद आलम, मुज्जफर आलम, वाहिद आलम, डा जुनैद आलम, रियाज़ अहमद, दानिश एकबाल, मो० सूफियान, तनवीर अली, अजमत हुसैन, अनीसुर रहमान, शाहिद आलम, इंतखाब नईमी, श्रीमती जानकी सिंह, आशीष सरकार, साहानाज बेगम, अजीत चौवे आदि मौजूद रहे।

किशनगंज :जेडीयू किसान प्रकोष्ठ की समीक्षा बैठक आयोजित, नेताओं ने मोदी सरकार को बताया किसान विरोधी 

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