छातापुर।सुपौल। सोनू कुमार भगत
कश्मीर के पुलवामा में आतंकियों ने मशीन लगाकर रजाई भराई कार्य में जुटे मजदूरों पर ग्रेनेड(बम) फेंक दिया। जिसमें छातापुर प्रखण्ड के रामपुर पंचायत निवासी दमाद की दर्दनाक मौत हो गई। जबकि उनके साला व ससुर घायल है। जिनका इलाज अलग अलग हॉस्पिटल में चल रहा है। मृतक मो. मुमताज (23) पिपरा थानाक्षेत्र के सकवा परसा निवासी थे। जो कि रामपुर निवासी आरिफ के दमाद थे। इस विस्पोट में मृतक मुमताज के ससुर मो. आरिफ (47) व उनका अविवाहित शाला मो. मजेबुल (19) भी घायल है।

जिनका क्रमश पुलवामा व चंडीगढ़ में इलाज चल रहा है। परिजनों ने कहा कि डॉक्टरों ने बताया है कि दोनों घायलों के शरीर के अंदर बम के बारूद के कण कई जगह छिद्र करके घुस गये है। जिसका सफल ऑपरेशन कर उन्हें निकाला जा रहा है। दोनों की स्थिति खतरे से बाहर है। इधर, कश्मीर के पुलवामा में हुए बम विस्पोट मामलें में रामपुर के दमाद कि हुई मौत व उनके सालें व ससुर के घायल होने की खबर से रामपुर में कोहराम मच गया है। घटना की जानकारी होते ही परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है। स्थानीय समाज के लोग, प्रबुद्धजन द्वारा शोकाकुल परिजनों को सांत्वना देते हुए ढांढस बंधाने का कार्य किया जा रहा है। शोकाकुल परिजनों ने बताया कि घटना की जानकारी उनलोगों को गुरुवार की देर रात हुई। जिसके बाद से ही वे लोग बदहवास बने हुए है।
हालांकि आसपास के हरेक लोग शोकाकुल परिजनों को दिलासा दिलाते दिख रहे थे। परिजनों ने बताया कि कश्मीर के पुलवामा में यह घटना रात के 8 बजे होने की बात उनके अन्य परिवारिक जन जो कि पुलवामा में ही मृतक व घायलों के साथ रहकर कार्य करते है ने बताया । यहां बता दे कि
रामपुर पंचायत के वार्ड 6 निवासी मो. आरिफ का मृतक मुमताज दमाद थे। जो कि अपने ससुर व सालें तथा अन्य परिवारिक जनों के साथ ही कश्मीर के पुलवामा में रहकर रजाई भराई का कार्य मशीन से करते थे।
बताया जा रहा है कि रजाई गद्दा बनाने के निमित वे लोग छोटी मशीन लगाकर एक टोली में मिलकर कार्य करते थे। जिसमें मृतक मुमताज भी शामिल थे। जो कि पिपरा थानाक्षेत्र के सखुआ परसा पिपरा सूपौल के निवासी थे। वे लोग चार साल से कश्मीर में रहकर रजाई बनाने का कार्यं करते थे। बीते तीन दिन पूर्व पुराने जगह से रजाई बनाने के निमित रुई धुनने की मशीन को वे लोग अलग जगह पर लगाया था। जो जगह का नाम गडूरा इलाका था। यहां भी अच्छा कार्य का शुरुआत दमाद साला व ससुर ने मिलकर किया था। लेकिन गुरुवार की रात 8 बजे के लगभग उनके मशीन लगी कच्ची शेड वाली भवन पर आतंकियों द्वारा ग्रेनेड(बम) फेंक दिया गया। जिससे मशीन पर अलग अलग पोजिशन लिए रजाई बनाने के कार्य मे जुटे दमाद साला व ससुर की चींख पुकार सुनाई दी।

जिसके बाद तत्क्षण समीप में ही बने आवास से मुमताज की सास निकलकर आई। उन्होंने वहां की स्थिति देखकर आवाक रह गई। इधर, बम विस्फोट में मुमताज की दर्दनाक मौत हो गई। जबकि उनके सालें व ससुर घायल हो गए। जिसके बाद परिजनों ने तत्क्षण घटना की जानकारी पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस राहत बचाव कार्य मे जुट गई। इधर, परिजनों का कहना था कि कश्मीर के पुलवामा में बिहार के मजदूरों पर ग्रेनेड अटैक आतंकी हमलें में हुआ है ऐसा पुलिस प्रशासन कह रहे है। लेकिन उक्त बम विस्पोट की विस्तृत जांच पड़ताल होनी चाहिए। कहा की कश्मीर के पुलवामा में आतंकियों ने मजदूरों पर ग्रेनेड फेंका है। यह बड़ी घटना है ऐसे में कैसे बिहार के मजदूर कश्मीर में मजदूरी कर सकेंगे। यहां बता दे कि पुलवामा के गडूरा इलाके में यह घटना घटित हुई है।
मृतक मुमताज के ससुराल पक्ष के एके युवक ने बड़ी जानकारी देते हुए कहा कि घटना से कुछ देर पहले घटना स्थल के समीप ही एक कार रुकी थी। जिसमें बम जैसा कुछ लेकर दो युवक बैठे दिखे थे। इतना ही नही उन्होंने कहा कि जहां यह घटना हुई वहां से महज 15 मीटर की दूरी पर दोनों साइड सीसीटीवी कैमरा भी लगा हुआ है।
जिसके फुटेज भी पुलिस प्रशासन निकाल कर आवश्यक कार्रवाई व पड़ताल कर सकती है। फिलहाल मृतक मुमताज के शव का पोस्टमार्टम करके उन्हें रामपुर भेजने हेतु जम्मू पुलिस ने सारी तैयारी पूरी कर दी है। इसकी जानकारी साजिद ने देते हुए कहा कि मुमताज के पार्थिव शरीर को हवाई जहाज से बिहार लेकर आने की प्रशासन ने व्यवस्था करवा दी है।
वही उन्होंने यह भी बताया कि मृतक मुमताज के सालें मजेबुल को बाजू में बम के बारूद के कुछ अंश जाने के कारण उनका इलाज डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल पुलवामा में अभी जारी है। जबकि उनके ससुर आरिफ को 6 जगह बारूद के कण अंदर जाने के कारण उन्हें एस एमएस एच चण्डीगढ़ में रेफर करते हुए उनका इलाज वहां जारी है। जिसके कारण वे दोनों घर नही आ रहे है। उधर, मृतक मुमराज के ससुराल रामपुर के मातमी सन्नाटा है। उनके ससुराल पक्ष के एक बुजुर्ग मो. सुल्तान ने कहा है कि यह हादसे ने उनके निराश कर दिया है। खासकर उनके घर की महिलाएं रोते रोते बेसुध हो जाती है। वे प्रशासन से उचित कार्रवाई की मांग करते है।