किशनगंज /रणविजय
देशभर में विभिन्न हिस्सों के साथ ही किशनगंज जिले में भी बकरीद का पर्व कल रविवार को हर्षोल्लास पूर्वक मनाया जाएगा। जिसको लेकर तैयारियाँ पूरी हो चुकी है। रमजान माह के दो महीने बाद बकरीद यानी ईद-उल-अजहा के पर्व को लेकर मुस्लिम समुदाय के लोगों में खासा उत्साह और उमंग का माहौल बना हुआ है। बकरीद पर्व को त्याग और क़ुरबानी का महापर्व कहा गया है।

दरअसल, पैगम्बर हजरत इब्राहिम की परीक्षा लेने के उद्देश्य से जब अल्लाह ने उन्हें अपनी सबसे प्यारी चीज को कुर्बान करने का हुक्म सुनाया तो पैगम्बर हजरत इब्राहिम ने अपना सबसे प्यारा चीज उनका बेटा हजरत इस्माइल था, को ही अल्लाह के हुक्म के आगे और उनके रास्ते में कुर्बान करने का फैसला लिया।
जैसे ही हजरत इब्राहीम अपने बेटे की क़ुरबानी देने के लिए खंजर उठाया,वैसे ही अल्लाह ने हजरत इब्राहिम के बेटे इस्माइल के स्थान पर बकरे की शक्ल में एक अन्य जीव रख दिया। जब हजरत इब्राहिम की आँखें खुली तो वह इस चमत्कार से हैरत में पड़ गए। इस तरह हजरत इब्राहिम अल्लाह के प्रति त्याग और समर्पण की परीक्षा में सफल हो गए और उन्हें उनका बेटा हजरत इस्माइल भी जीवित मिल गया।
और माना जाता है कि उसी दिन से बकरा ईद जिसे हम बकरीद और क़ुरबानी कहकर याद करते हैं इसे पर्व के रूप में मुस्लिम समुदाय के लोग मनाते आ रहे हैं। बहरहाल, बकरीद पर्व को लेकर विभिन्न ईदगाहों और मस्जिदों में नमाज की व्यापक तैयारियाँ की जा रही है। सबसे पहले नमाज अदा की जाएगी और फिर कुर्बानी की रश्म पूरी की जाएगी।
कुर्बानी के समान को तीन हिस्सों में बांटा यानि तकसीम की जाएगी। जिसमें से एक हिस्सा खुद के लिए, दूसरा दोस्तों और रिश्तेदारों के लिए, तो वहीं तीसरा हिस्सा गरीब यतीमों में बांट दिया जाएगा। उधर जिले के ठाकुरगंज, बहादुरगंज, कोचाधामन,पोठिया,पौआखाली,गलगलिया सहित सम्पूर्ण जिले में पर्व के दौरान विधि व्यवस्था और शांति सद्भाव का माहौल कायम रखने के उद्देध्य से जिला प्रशासन ने शांति सुरक्षा के मद्देनज़र व्यापक तैयारियाँ की है।
धार्मिक स्थलों और महत्वपूर्ण स्थलो के इर्द-गिर्द दंडाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति के साथ ही पुलिसबल की तैनाती की तैयारी पूरी कर ली गई है। हर आम नागरिक और जनप्रतिनिधियों से शांति समिति की बैठकें आयोजित कर पुलिस प्रशासन पर्व के दौरान प्रेम, आपसी भाईचारगी, सद्भाव और सहयोग बनाए रखने की अपील की है।