कोरोना वायरस को लेकर दो वर्षों से भक्तगण चैती दुर्गा पूजा में नहीं हो पा रहे थे मंदिर में शामिल
सप्तमी,अष्टमी व महानवमी को लगेगा काली मंदिर में महाभोग,आज शैलपुत्री की होगी पूजा
अररिया /अरुण कुमार
विश्व प्रसिद्ध मां महाकाली मंदिर में चैती नवरात्र को लेकर शनिवार को कलश स्थापना के साथ रोजाना विशेष- पूजा अर्चना किया जाएगा.लगातार दो वर्षों से चैती नवरात्र में कोरोना वायरस को लेकर मंदिर में पूजा -अर्चना के लिए भक्तगण शामिल नहीं हो पा रहे थे. इस वर्ष सार्वजनिक तौर पर भी पूजा होने से भक्तों में काफी उत्साहित दिख रहे हैं. मां खड्गेश्वरी महाकाली मंदिर में चैत्र नवरात्र को लेकर विशेष आकर्षक रूप से सजाया गया है.

शनिवार से महानवमी तक रोजाना विशेष पूजा- अर्चना किया जाएगा. इसकी तैयारी नानू बाबा के द्वारा कर लिया गया है. नानु बाबा ने बताया कि हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी चैत्र नवरात्रि को लेकर प्रसिद्ध मां खड्गेश्वरी महाकाली मंदिर में विशेष पूजा अर्चना किया जायेगा. साथ ही मां खड्गेश्वरी महाकाली को सप्तमी, अष्टमी व महानवमी महाभोग लगाया जायेगा.पहला चैती नवरात्र के पहला पूजा से ही काली मंदिर में रोजाना विशेष पूजा-अर्चना किया जायेगा. बाबा ने बताया कि लगातार दो वर्षों से कोरोना वायरस को लेकर सरकार धार्मिक स्थल को सार्वजनिक तौर पर पूजा अर्चना के लिए बंद कर दिया गया था.
इस वर्ष विषेश पूजा अर्चना किया जायेगा. इस को लेकर भक्तों में काफी उत्साहित हैं. बाबा ने बताया कि हिंदू कैलेंडर का त्यौहार चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी मनाया जाता है. हिंदू धर्मशास्त्रों में इस बात का जिक्र है कि इस दिन मर्यादा-पुरूषोत्तम भगवान श्री राम का जन्म हुआ था.हर वर्ष चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को राम नवमी का पर्व मनाया जाता है.हिन्दु धर्म शास्त्रों के अनुसार त्रेतायुग में रावण का वध करने तथा धर्म की पुन: स्थापना करने के लिये भगवान विष्णु ने मृत्यु लोक में श्री राम के रूप में अवतार लिया था. श्रीरामचन्द्र का जन्म चैत्र शुक्ल की नवमी तिथि के दिन पुनर्वसु नक्षत्र तथा कर्क लग्न में रानी कौशल्या की कोख से, अयोध्या में राजा दशरथ के घर में हुआ था. इसी उमंग में राम नवमी के दिन देश भर में राम जन्मोत्सव का त्योहार रामनवमी मनाया जाता है. इस दिन भगवान श्री राम की विधिवत पूजा-अर्चना की जाती है.