कैमूर/भभुआ(ब्रजेश दुबे):
सुबे की सरकार स्वास्थ्य व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए व मरीजों को किसी तरह की परेशानी न हो इसके लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में व्हीलचेयर उपलब्ध कराया है। ताकी वृद्ध विकलांग मरीजों को व्हीलचेयर पर ढोया जायेगा लेकिन स्वास्थ्य कर्मी को दवा का पेटी लादकर ढोते देख मरीजों तथा आसपास के लोग काफी अचंभित रह गए यह कहने लगे कि इन दिनों भगवानपुर समुदाय स्वास्थ्य केंद्र की इतनी लचर व्यवस्था हो गई है कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा बनाए गए कानून की कभी भी धज्जियां उड़ाई जा सकती है। बताया जाता है कि इसके पूर्व स्वास्थ्य व्यवस्था को सुधारने के लिए डीएम व प्रमुख चिकित्सा पदाधिकारी ने एक चिकित्सक का तबादला किया था ।
उसके बाद से स्वास्थ्य व्यवस्था कुछ सुधर गई है। लेकिन सूत्रों का कहना है कि वर्तमान में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. सुमित सिंह को प्रभारी का अनुभव कम है अगर अनुभवी चिकित्सा को प्रभारी का पद संभालने के लिए जिलाधिकारी व मुखय चिकित्सा पदाधिकारी कुछ महीने के लिए भगवानपुर में भेज देते हैं तो भगवानपुर की स्वास्थ्य व्यवस्था पहले की तरह पटरी पर आ सकती है सूत्र बताते हैं कि स्वास्थ्य व्यवस्था लचर होने की स्थिति यह है कि भगवानपुर में ओपीडी प्रसव टीकाकरण काफी कम हो गया है।
साथ ही स्वास्थ्य विभाग में कार्य कर रहे कर्मी कार्य से अधिक स्पष्टीकरण देने व दाट सुनने में अपना समय बिता रहे हैं उन्हें कार्य करने का समय ही नहीं मिल पाता है कार्यरत स्वास्थ्य कर्मियों ने मीडिया के माध्यम से डीएम को व सीएस को अपनी भावनाओं से अवगत कराया है. बताया जाता है कि व्हील चेयर पर दवा के पेटी की ढुलाई की जा रही है व्हील चेयर पर वृद्ध, विकलांग, कमजोर मरीज को बैठाकर अस्पताल ले जाने की व्यवस्था है. लेकिन जब व्हीलचेयर ना पर ले जाने लायक मरीज अस्पताल पहुंचते हैं तो टूटा हुआ बताया जाता है.