किशनगंज/पोठिया/राज कुमार
पशुचिकित्सा एवं पशु विज्ञान महाविद्यालय, अर्राबाड़ी द्वारा शुक्रवार को किसान संवाद एवं पशुचिकित्सा शिविर का आयोजन पोठिया प्रखंड के पनासी अधिकारी गांव में किया गयाI इस अवसर पर भारतीय पशु उत्पादन एवं प्रबंधन सोसायटी का स्थापना दिवस भी मनाया गया।
महाविद्यालय अधिष्ठाता डॉ. चंद्रहास जो की सोसायटी के सेंट्रल जोन के उपाध्यक्ष भी हैं, ने बताया कि इस वर्ष सोसायटी अपनी 42 वीं स्थापना दिवस मना रही है एवं इस अवसर पर पशु कल्याण से संबंधित पशुचिकित्सा शिविर में 128 पशुपालकों के 408 छोटे-बड़े पशुओं में गर्भ की जांच, कृमि की समस्या, प्रजनन की समस्या से संबंधित विभिन्न प्रकार की समस्याओं का इलाज कर उचित परामर्श दिया गया तथा बीमारियों के निदान से संबंधित दवाइयों, खनिज तत्वों, कृमिनाशकों का निःशुल्क वितरण किया गया।
इस कार्यक्रम के आयोजक डॉ. राजेश कुमार, एसोसिएट प्रोफेसर ने बताया कि कार्यक्रम का आयोजन महाविद्यालय अधिष्ठाता डॉ. चंद्रहास के दिशा-निर्देशन में किया गया जिसका उद्देश्य पशुपालकों के द्वार पर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराना एवं पशुपालन से संबंधित समस्याओं से अवगत होकर उनके निराकरण का प्रयास करना हैI डॉ. राजेश ने बताया कि किसान संवाद के माध्यम से बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय द्वारा निर्मित खनिज मिश्रण बासुमिन की आवश्यकता एवं उपयोगिता के बारे में पशुपालकों को विस्तृत जानकारी दी गई।
पशुओं में खनिज तत्वों की कमी से दूध उत्पादन, प्रजनन क्षमता और स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर पड़ता है। इसका सबसे आसान समाधान है मिनरल मिक्सचर का नियमित उपयोग और संतुलित आहार। इस अवसर पर वैज्ञानिकों ने पशुओं का रख-रखाव, टीकाकरण एवं कृत्रिम गर्भाधान का महत्व जैसे विषयों से पशुपालकों को अवगत कराते हुए वैज्ञानिक पद्धति से पशुपालन करने की अपील कीI इस दौरान 30 पशुपालक परिवारों से संपर्क कर पशुपालन से संबंधित वैज्ञानिक गतिविधियों एवं पशुपालन महाविद्यालय में उपलब्ध चिकित्सा सुविधाओं की जानकारी दी गईI इस अवसर पर पहाड़कट्टा भ्रमणशील पशु चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. प्रदीप कुमार भी उपस्थित रहे एवं पशुचिकित्सा शिविर को सफल बनाने में अपना सहयोग दियाI किसान संवाद कार्यक्रम में पशुपालकों ने उत्साह पूर्वक भाग लिया एवं पशुपालन से संबंधित समस्याओं के निराकरण के प्रयास के लिए वैज्ञानिकों एवं महाविद्यालय का आभार व्यक्त कियाI